कोलकाता डॉक्टर हत्या मामले: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में सेकेंड ईयर की पीजी छात्रा की रेप के बाद हत्या के विरोध में बिहार के अस्पतालों में 13 अगस्त 2024, मंगलवार को ओपीडी सेवाएं बंद रही। इस घटना के खिलाफ पीएमसीएच, एनएमसीएच, और आइजीआइएमएस में जूनियर और सीनियर डॉक्टरों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और ओपीडी सेवाओं को ठप कर दिया.

इस विरोध प्रदर्शन का असर व्यापक रूप से देखा गया, जिससे कई मरीज अस्पतालों से लौटने पर मजबूर हो गए। पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन और आइजीआइएमएस रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने प्रशासन से सख्त सुरक्षा उपायों की मांग की है ताकि बिहार में कोलकाता जैसी घटनाएं न हों। इसके चलते, बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ और रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने 14 अगस्त 2024 को भी ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.

13 अगस्त को पीएमसीएच और अन्य प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी सेवाएं बंद रहीं, और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FRODA) ने भी सभी अस्पतालों में सेवाओं का बहिष्कार किया। 12 अगस्त को मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SKMCH) में भी ओपीडी सेवा बंद रही, जिससे मरीजों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा.

पटना के पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता की घटना के विरोध में ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया, जिसके कारण कई मरीजों को इलाज नहीं मिल सका। डॉक्टरों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटनाएं हुई हैं, और उन्होंने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। डॉक्टरों का कहना है कि वे अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित महसूस नहीं करते और इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता है.

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