Joharlive Desk
वैसे तो प्याज को सब्जी, दाल एवं सलाद के साथ खाया जाता है, लेकिन इनके अलावा भी प्याज के कई चमत्कारी उपाय हैं। प्याज के उपयोग से कई तरह की छोटी-छोटी बीमारियां भी ठीक होती हैं। प्याज का इस्तेमाल कई तरह के रोगों से निजात दिलाता है,
आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से कई तरह के रोगों को दूर करने में उत्तम घरेलू औषधि होती है प्याज। प्याज का प्रयोग वैसे हर दिन हर घर में होता है। प्याज का छौंक लगी हुई दालों, सब्जियों के अलावा कई तरह के फास्ट फूड आदि में स्वाद बढ़ाता है प्याज। प्याज का हम सलाद के रूप में भी सेवन करते हैं। इसके अलावा आयुर्वेद में प्याज के कई औषधीय गुण बताये गयें हैं, जो चमत्कारी हैं।
आयुर्वेद में प्याज को पलांडू कहते हैं। प्याज में प्रोटीन 1.2%, कार्बोहाइड्रेट 11.6%, तथा कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन सी पाए जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, प्याज का प्रयोग शरीर पर बाहरी और आंतरिक दोनों ही रूपों में किया जा सकता है और इससे भरपूर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
प्याज का उपयोग बुखार को ठीक करने के लिए किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति को बुखार आ रहा हो तो ऐसा व्यक्ति प्याज के पत्तों को एक गिलास पानी में तब तक उबाले, जब तक वह आधा न हो जाए। फिर इसे ठंडा करके पीने से बुखार में तुरंत आराम मिलता है।
जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है, उन्हें प्याज, अजवाइन, कलौंजी और मेथी के बीजों को एक समान मात्रा में मिलाकर पीसकर एक-एक चम्मच नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। इससे डायबिटीज की समस्या हमेशा नियंत्रित रहेगी।
प्याज का सेवन करने से जमा हुआ कफ पतला होकर आसानी से बाहर निकल जाता है। इसके लिए प्याज को हल्का गर्म करके उसका रस निकालकर उसमें थोड़ी सी चीनी मिलाएं। कफ से पीड़ित बच्चे को यह रस एक चम्मच पिलाएं और बड़े को दो चम्मच।
अकसर गर्मियों के मौसम में गर्म हवाएं चलने के कारण लू लगने का खतरा बना रहता है। ऐसे में अगर खुद को लू लगने से बचाना है तो नियमित रूप से प्याज का सेवन करना चाहिए। जो लोग दिनभर धूप में बाहर रहते हैं, उनको अपनी जेब में एक प्याज रखनी चाहिए, ताकि लू न लगे।
गर्मी के कारण अकसर उल्टी, दस्त जैसी समस्या हो जाती है। जब कभी ये समस्या हो तो प्याज के रस के साथ पुदीना व काला नामक मिलाकर पीने से तुरंत राहत मिलती है।
किस समस्या से बचने के लिए कितनी खुराक लें, इसकी जानकारी विशेषज्ञ से ले लें।
त्वचा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या जैसे फोड़े-फुंसी, मुहांसे हो जाएं या फिर शरीर में किसी जगह गांठ निकल आए या त्वचा में खुजली की समस्या हो तो प्रभावित जगह पर प्याज का रस लगाएं, त्वचा संबंधी रोगों से छुटकारा मिलेगा।
किसी भी कारण से त्वचा जल जाए तो प्रभावित जगह पर तुरंत प्याज का रस लगा लेने से जलन कम होती है। त्वचा पर कहीं भी जलने के निशान हों तो।
उस जगह प्याज का लेप लगाने से वह निशान धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। प्याज दांत दर्द दूर करने में भी अचूक साबित होता है।
दांत में कीड़ा लगने और मसूढ़ों में सूजन आने पर प्याज और कलौंजी के बीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर और उसे चिलम में भरकर उसका धुआं लेने से दोनों तकलीफों से आराम मिलता है।
कुत्ते के काटने पर प्याज के रस में चूना मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाने से कुत्ते का जहर खत्म हो जाता है। प्याज के बीजों को कलौंजी के बीजों के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से भी कुत्ते, बिच्छू, मधुमक्खी जैसे कई अन्य जहरीले कीड़ों के काटने का असर नहीं होता। इससे उनके काटने से हुई जलन भी काफी कम हो जाती है।
अगर किसी व्यक्ति के सिर के बीच के कुछ बाल संक्रमण के कारण उड़ जाते हैं या दाढ़ी के बाल उड़ जाते हैं, उनके लिए प्याज किसी चमत्कार से कम नहीं है। ऐसे में प्याज के रस में शहद मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से कुछ ही दिनों में बाल धीरे-धीरे वापस आ जाते हैं।
बालों में डैंड्रफ होने पर प्याज के पत्तों के रस और धतूरे के पत्तों के रस को एक साथ मिलाकर लगाएं, डैंड्रफ खत्म हो जाएगा। इसके अलावा बालों में चमक लाने के लिए प्याज के रस के साथ आंवले का रस, एलोवेरा का रस मिलाकर लगाएं, बाल चमक उठेंगे।
आंखों की रोशनी कम होने और आंखों से पानी आने पर प्याज के रस में बराबर मात्रा में गुलाब जल मिलाकर इसकी कुछ बूंदें आंखों में डालें। प्याज के पत्तों के रस को आंखों में डालने से रतौंधी रोग भी दूर हो सकता है।
प्याज के रस में शहद मिलाकर आंखों में डालने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। प्याज के रस को कान में डालने से कान का दर्द तुरंत ठीक हो जाता है।
कनखजूरा (एक प्रकार का कीड़ा) अगर किसी के कान में घुस गया हो तो प्याज और लहसुन के रस को कान में डालने से वह तुरंत बाहर आता है।
मिर्गी का दौरा पड़ने पर अगर तुरंत ही प्याज को पीसकर रोगी को सुंघाया जाए तो तुरंत आराम मिलता है।
अगर नाक से खून आता हो तो सफेद प्याज के रस में दूब घास के रस को मिलाकर दो बूंद नाक में डालें, खून आना तुरंत बंद हो जाएगा।
प्याज के रस को गर्म करके कान में डालने से कान के दर्द से तुरंत आराम मिलता है।
पेट में दर्द हो रहा हो तो ऐसे में प्याज के रस के साथ हींग और काला नमक मिलाकर देने से काफी आराम मिलता है।
प्याज का अधिक सेवन बौद्धिक स्तर पर आपको कमजोर कर सकता है।
यदि प्याज को औषधि के रूप में लेते हैं तो मूंग की दाल, चावल, गेहूं की रोटी और घी के साथ ही लेना असरकारक होता है।
किस व्यक्ति को प्याज की कितनी मात्रा कितने दिनों तक लेनी चाहिए, इसकी जानकारी कि विशेषज्ञ से जरूर लें।
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