जामताड़ा: समाहरणालय सभाकक्ष में बाल विवाह तथा बाल हिंसा पर आधारित जिला जागरूकता, उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित की गई. कार्यक्रम में उपायुक्त शशि भूषण मेहरा, जिला परिषद अध्यक्ष राधारानी सोरेन के अलावे अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. बता दें कि जामताड़ा जिले में बाल विवाह पूरे झारखंड में सबसे अधिक होती है. वहीं इसके रोकथाम के लिए सरकार के द्वारा बाल विवाह और महिलाओं, बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने हेतु 31 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक विशेष अभियान चला रही है. इसी कड़ी में आज एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें उपस्थित लोगों को बताया गया कि सरकार की ओर से बहुत सी योजनाओं का लाभ लेकर इस कुप्रथा को रोका जा सकता है.
चलाया जा रहा विशेष जागरूकता अभियान
वहीं मौके पर मौजूद उपायुक्त शशि भूषण मेहरा ने भी माना कि झारखंड में सबसे ज्यादा बाल विवाह जामताड़ा जिले में होती है, जो चिंता का विषय है. उन्होंने बताया की जिले के प्रबुद्ध वर्ग, सामजिक संगठनों से आग्रह है कि बाल विवाह रोकथाम के लिए जागरूकता चलायें. वहीं सरकार की ओर से भी विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर भी इस कुप्रथा को समाप्त किया जा सकता है.
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