रांची: अपराध अनुसंधान विभाग झारखंड ने क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्ट करने के नाम पर ठगी करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. वह दिल्ली का रहने वाला है. झारखंड में अबतक 200 लोगों से लगभग 5 करोड़ रुपए की ठगी कर चुका है. शिकायतकर्ता के अनुसार पहले गोल्ड बांड के माध्यम से आरोपी शशि शंकर कुमार उर्फ विक्की ने लाभ दिलाया. जिससे उन्हें विश्वास हो गया. इसके बाद शशि और उसके एक मित्र अमित जायसवाल ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर अधिक पैसे कमाने को कहा. प्रलोभन में आकर उसने OROPAY के आधिकारिक वेबसाईट www.oropay.io के माध्यम से भ्रमित करते हुए बताया कि इसमें क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से मुनाफा अधिक कमाया जा सकता है. कुछ लोगों को 300 परसेंट तक मुनाफा भी दिलाया गया. जिससे लोग झांसे में आ गए और अधिक से अधिक मात्रा में निवेश करने लगे.
होटलों में करता था कार्यक्रम
आरोपी शशि शंकर कुमार उर्फ विक्की, अमित जायसवाल एवं अन्य सहयोगी ने झारखण्ड के कई शहरों रांची, बोकारो, जमशेदपुर एवं अन्य जगहों पर OROPAY कम्पनी से संबंधित कई कार्यक्रम किए. लोगों को मुफ्त में भोजन, जलपान की उत्त्म व्यवस्था देते हुए अपने प्रभाव को स्थापित करने हेतु भारतीय मुद्रा के फर्जी नोटो की गड्डियों को फाड़ कर संदेश देने का प्रयास किया कि ये भूतकाल की मुद्राये बन कर रह गयी है. भविष्य क्रिप्टो करेंसी का है. अभियुक्तों द्वारा फर्जी वेबसाईट www.oropay.io को एक दिन अचानक बंद कर दिया गया. तब इन लोगों ने अलग होकर अपने संपर्क को कम किया. किंतु इस तरह के अन्य वेबसाईट (blockpay.pw) के माध्यम से अपने ठगी के व्यापार को आगे बढ़ाते रहे. जूम एप से वर्चुअल साईबर स्पेस में मीटिंग करते रहे. कमीशन के पैसे से 3 बार दुबई और 1 बार रूस की यात्रा की. ठगों ने DGFI/OPAY नाम का टोकन लांच कर निवेशकों को ट्रस्ट वालेट पर इन्वेस्ट करने कहा. इन्वेस्टर्स ने खरीदे हुए टोकन को बेचना चाहा तो उसका वैल्यू जीरो हो गया.