रांची:नीट पेपर लीक मामले का तार अब झारखंड से जुड़ चुका है. बिहार की ईओयू टीम की छापेमारी के दौरान 6 लोगों को देवघर से पकड़ा गया है. पकड़े गए सभी लोगों ने इस प्रकरण में अपनी संलिप्ता को स्वीकार करते हुए कई लोगों के नाम का खुलासा किया है. बिहार की टीम देवघर में कार्रवाई करने के बाद रांची में एक कुरियर सर्विस के कार्यालय में छापेमारी कर रही है. हालांकि, कुरियर सर्विस के नाम का खुलासा पुलिस नहीं कर रही है. इसके अलावा बिहार की टीम बरियातू स्थित एक घर में छापेमारी कर रही है. यह घर सिकंदर यादवेंदु का बताया जाता है. वहीं, सिकंदर के बेटे का दुकान हरमू में भी है. इस दौरान जो सबसे अहम जानकारी निकल कर सामने आई है वह यह है कि सिंकदर लालू यादव का करीबी बताया जा रहा है.
मालूम हो कि हजारीबाग जिले में भी बिहार पुलिस की 5 सदस्य टीम पहुंची. हजारीबाग के लोहसिंघ्न थाना क्षेत्र स्थित सेंटर में पहुंच कर इसके प्रबंधक सहित स्कूल के कर्मचारियों तक से पूछताछ की. फिलहाल वहां से किसी की गिरफ्तारी की सूचना नही हैं.
रांची में पहले ठेकेदारी कर चुका है सिकंदर
सिकंदर यादवेंदु इस पूरे मामले का किंगपिन यानी कि सरगना बताया जा रहा है. सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने अपने भतीजे अनुराग के नाम से गेस्ट हाउस के रूम बुक कराए थे. इसके साथ ही उसने अनुराग को प्रश्नपत्र भी उपलब्ध कराया था. पुलिस सिकंदर के साथ अनुराग को भी गिरफ्तार कर चुकी है. बता दें कि सिंकदर बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. कुछ मीडिया रिपोट्स की माने तो सिकंदर पहले रांची में ठेकेदारी का काम करता था. साल 2012 में उसने बिहार SSC परीक्षा पास की और जूनियर इंजीनियर बन गया. उसका बेटा और बेटी दोनों एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. उसका दामाद एमबीबीएस के बाद पीजी कर रहा है.