रांची : झारखंड में कांग्रेस के 4 विधायकों को मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की सरकार में शामिल करने से नाराज चल रहे पार्टी के 12 में से 8 विधायक बीते शनिवार की शाम दिल्ली पहुंचे. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनसे किसी विधायक की कोई नाराजगी नहीं है.
बन्ना गुप्ता ने कहा कि वे आलू की तरह है जो सभी सब्जी में फिट हो जाता है.
मंत्री ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है. हर किसी को बोलने की आजादी है. साथ ही थोड़ी बहुत कलह हर पार्टी में होती है, लेकिन अन्य पार्टियों में नहीं दिखती. कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र होने के कारण दिख जाती है. बन्ना ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार को 5 वर्ष का बहुमत मिला था, लेकिन कुछ कारणों से कार्यकाल पूरा नहीं हो सका. अब नए कप्तान के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग और अधिक चाक-चौबंद रूप से काम करेगा.
बता दें कि चंपाई सोरेन सरकार के कैबिनेट विस्तार होने के बाद से ही कांग्रेस में कलह छिड़ गया है. कांग्रेस के 12 विधायक चंपाई सोरेन की कैबिनेट विस्तार से नाखुश चल रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से सभी पुराने चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया गया, जिससे कई कांग्रेसी विधायक नाराज हो गए. नाराज कांग्रेस विधायकों का कहना है कि कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से जिन 4 लोगों को जगह मिली है, वे पूर्व की हेमंत सोरेन सरकार में भी मंत्री थे. इससे कांग्रेस के 12 विधायक नाराज हैं. उन्होंने पार्टी नेतृत्व को दो-टूक कह दिया है कि कैबिनेट से इन चारों को हटाकर नए चेहरों को मंत्री नहीं बनाया गया तो वे विधानसभा के बजट सत्र का बहिष्कार करेंगे. नाराज विधायकों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को एक पत्र भी सौंपा है.