रांची: रिनपास में पहली बार होगा जब पुलिस की सूचना पर रेड हुई है. यह सूचना जमशेदपुर एसएसपी किशोर कौशल ने रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा को दी. जिसके बाद एसडीओ उत्कर्ष कुमार के नेतृत्व में जमशेदपुर डीएसपी भोला सिंह की टीम ने कुख्यात प्रकाश मिश्रा के वार्ड में रेड की. पुलिस रेड की सूचना के बाद कैदी वार्ड में खलबली मच गई. इस दौरान जमशेदपुर पुलिस ने प्रकाश मिश्रा के वार्ड से दो मोबाइल जब्त किया है. इस कार्रवाई के बाद एसडीओ ने पूरे कैदी वार्ड की जांच की और सुरक्षा में तैनात जवानों को डांट फटकार लगाते हुए सख्ती से डयूटी करने को बोला है. पुलिस ने जब्त सामानों को लेकर कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
बिरसा मुंडा जेल से इलाज के नाम पर आया था रिनपास
कुख्यात प्रकाश मिश्रा बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से इलाज के नाम पर रिनपास आया था. जेल के डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रिनपास भेजा था. लेकिन, कुख्यात प्रकाश रिनपास में खुशहाल जिंदगी बिताते हुए कारोबारी को मोबाइल से धमकी दे रहा था. लेकिन, रविवार की सुबह हुई रेड के बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया. इससे पूर्व जमशेदपुर पुलिस ने कुख्यात प्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. घाघीडीह जेल में रहने के बावजूद कारोबारी को मोबाइल से धमकी दिया करता था. जिसके बाद प्रकाश मिश्रा को घाघीडीह जेल से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेजा गया था.
प्रकाश के वार्ड से मिले कई आपत्तिजनक सामान
सुबह सुबह हुई रेड में कुख्यात प्रकाश के वार्ड से दो स्मार्टफोन, दो चार्जर, छोटी कैंची, शराब की बोतल, फोन बुक, आधार संबंधी कागजात बरामद किए गए हैं.
जमशेदपुर एसएसपी ने रांची उपायुक्त से प्रकाश के कमरे की तलाशी कराने का किया था अनुरोध
जमशेदपुर एसएसपी किशोर कौशल ने रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा को सजायाफ्ता और रिनपास के बंदी वार्ड में इलाजरत कैदी प्रकाश मिश्रा के कमरे की तलाशी का अनुरोध किया था. कैदी के खिलाफ टेल्को और बिरसानगर थाना में आर्म्स एक्ट सहित अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं. प्रकाश मिश्रा पर संगठित गिरोह तैयार कर जमशेदपुर एवं अगल-बगल के क्षेत्र में आए दिन संदिग्ध मोबाइल नंबर से कई व्यापारियों को व्हाट्सएप एवं इंटरनेट कॉल कर रंगदारी मांगने एवं रंगदारी नहीं देने पर पर जानलेवा हमला करवाने, जान से मारने की धमकी देने आदि का आरोप है.