रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की खतियानी जोहार यात्रा गुरुवार को गढ़वा से शुरू हो गयी. पहले चरण में राज्य के छह जिलों में यह यात्रा निकाली जाएगी. इस दौरान इन जिलों के विकास को लेकर सीएम अधिकारियों संग समीक्षा भी करेंगे. इसी के तहत 12 दिसंबर को गुमला में खतियानी जोहार यात्रा का आयोजन होगा.
कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह
12 दिसंबर के कार्यक्रम को लेकर झामुमो जिला कमेटी, गुमला ने तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर पार्टी नेताओं ने बैठक कर चर्चा भी किये. साथ ही इस यात्रा को सफल बनाने को लेकर विचार-विमर्श किया गया. कार्यकर्ताओं में सीएम के आगमन को लेकर काफी उत्साह है.
गुमला में ऐतिहासिक होगा खतियानी जोहार यात्रा
विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि झारखंड खतियानी जोहार यात्रा गुमला में ऐतिहासिक होगा. 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुमला आ रहे हैं. खतियानी जोहार यात्रा आठ दिसंबर से शुरू हुआ और 12 दिसंबर को गुमला में कार्यक्रम है. इस यात्रा के माध्यम से सरकार के तीन साल की उपलब्धियों को लोगों को बताया जाएगा. इसके तहत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, किसानों के लिए ऋण माफी योजना और फसल राहत योजना जैसी उपलब्धियों के अलावा 1932 के भूमि रिकॉर्ड खतियान पर आधारित सरकार की नयी अधिवास नीति के निर्माण के बारे में लोगों को बताया जायेगा.
हेमंत सरकार ने तीन साल में लिये ऐतिहासिक फैसले
उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इस यात्रा को सफल बनाने के लिए अभी से कमर कस लें. हेमंत सोरेन की सरकार ने तीन साल में ऐतिहासिक फैसले लिये हैं. जिसमें 1932 खतियान, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, जैसे कोई ऐतिहासिक फैसले हैं. सरकार ने पारा शिक्षक, कर्मचारियों और आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की मांगों को पूरा किया. विकास की कई योजनायें लायी. जिसका सीधा लाभ जनता को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में गुमला जिले के 12 प्रखंडों से कार्यकर्ता भाग लेंगे. मौके पर रंजीत सिंह सरदार, मो आरिफ अंसारी, नप उपाध्यक्ष कलीम अख्तर, मो लड्डन, जेम्स तिर्की, संजय सिंह, कृष्णा लोहरा, हरिओम साहू, मो अनवर, मो नुरूल होदा सहित पांच सौ से अधिक कार्यकर्ता बैठक में मौजूद थे.