जामताड़ा : गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और संविधान को लेकर की गई टिप्पणी पर तीखा हमला बोलते हुए राज्य के पूर्व पेयजल संस्था मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि इस तरह के बयान न केवल भारत के लोकतंत्र को कमजोर करते हैं, बल्कि देश की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी नुकसान पहुंचाते हैं । गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के पिता के निधन के उपरांत उनके श्राद्ध कर्म में शामिल होकर लौटने के दौरान जामताड़ा पारस हॉस्पिटल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत किया। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की नींव है और इसके निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने हमें एक ऐसा सुरक्षा कवच दिया है, जिसके तहत देश प्रगति कर रहा है। ऐसे में गृह मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा संविधान और अंबेडकर के खिलाफ टिप्पणी करना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि लोकतंत्र के लिए भी खतरा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बयान से भारतीय जनता पार्टी की असल सोच सामने आ गई है। भाजपा के मन में संविधान और इसके निर्माता के प्रति जो पूर्वाग्रह है, वह अब उजागर हो गया है। पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे बयान देश की एकता और अखंडता के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के बजाय इस तरह की टिप्पणियां समाज को विभाजित करने का काम करती हैं। जामताड़ा के बांग्लादेश कनेक्शन को लेकर हालिया चर्चा उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके।
मिथिलेश ठाकुर ने जनता से संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को कमजोर करने वाले बयानों को गंभीरता से लेना चाहिए और इनके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।