बोकारो: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले से बंद पेंशन की आस में बोकारो के वृद्धजनों की आंखे अब पथरा गयी है. साथ ही प्रखंड कार्यालयों का चक्कर काटते-काटते उनके एक तो चप्पल-जुता घीस गया है, दूसरी ओर अब वृद्ध शरीर में ताकत नहीं बचा है. मिली जानकारी के अनुसार बीते 3 माह से सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलने के कारण बोकारो के वृद्धजनों को कई तरह के मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है.
वैसे वृद्ध जो इसी पर निर्भर है, वो काफ़ी परेशानी दिख रहे है. बताया जाता है कि पेंशन भुगतान को लेकर कभी बैंक का चक्कर तो कभी प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाकर थक जा रहे हैं. इसके बाद भी व्यवस्था के कान में जूँ तक नहीं रेंग रहा है. ऐसे में अब केवल उपरवाले पर से ही आस लगा हुआ है. कोई भी जनप्रतिनिधि इन वृद्धों के लिए आगे आकर आवाज उठाने को तैयार नहीं है क्योंकि इससे उन्हें कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिल रहा है.