गुमला: जिले के सिसई स्थित नवरतनगढ़ की खुदाई में मिले प्राचीन आकृतियों को देख ग्रामीण विकास विभाग के सचिव चंद्रशेखर भावुक हो गए. दरअसल अपने दौरे के क्रम में ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड के सचिव गुमला पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के साथ सिसई के ऐतिहासिक धरोहर नवरतनगढ़ का दौरा किया. जहां उन्होंने पुरातात्विक विभाग के द्वारा की जा रही खुदाई के दौरान ननवरतनगढ़ से जुड़े ऐतिहासिक धरोहर को देखा.
शिवलिंग और गणेश की पत्थर में बने आकृति मिले
इस दौरान उन्हें पुरातत्व विभाग के कर्मियों ने नवरतनगढ़ से जुड़े ऐतिहासिक कहानियों से अवगत कराया. उन्होंने इस दौरान नवरतनगढ़ के किले, रानी महल, स्टेप वेल तालाब और मंदिरों का अवलोकन किया. सचिव ने पुरातात्विक विभाग के द्वारा किए जा रहे नए खुदाई को देखा और खुदाई में मिले सालों पुराने मूर्तियों एवम अन्य सामानों को भी देखा. उन्होंने वहां बने शिवलिंग के अलावा गणेश की पत्थर में बने आकृति को भी देखा.
छोटानागपुर नागवंसी राजाओं की राजधानी हुआ करता था नवरतनगढ़
गौरतलब है कि नवरतनगढ़ कभी छोटानागपुर नागवंसी राजाओं की राजधानी हुआ करता था. लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद यह किला खंडहर में तब्दील हो गया. अब लोगों की मांग पर पुरातात्विक विभाग ने इसकी खुदाई कर इस जगह को पहचान दिलाने की कोशिश की है ताकि इसे पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जा सके.