Joharlive Team

  • जेएमएम प्रवक्ता सुजीत उपाध्याय गरीब अहसाय की निःस्वार्थाय मदद कर एक मिसाल कायम कर रहे हैं।

रांची। कोरोना जैसी मनहूस बीमारी ने जैसे ही इस देश में दस्तक दी जिस कारण जिंदगी मानो रुक सी गई हो, इस भयंकर महामारी के कारण सरकार ने मानव कर्फ्यू और संपूर्ण भारतवर्ष में लॉकडाउन को लागू कर दिया, जिस कारण जिंदगी का पहिया ज्यो के त्यों थम गई। सारे मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च वीरान पड़ गया, सड़कों पर सन्नाटा सा छा गया। तो आप अंदाजा लगा सकते हैं जो गरीब असहाय लोग मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा या चर्चो पर अपना पेट भरने के लिए भीख मांगते हैं उनके लिए यह समय कितनी कठिन है आखिर जब इंसान ही नहीं पहुंचेगी तो भला उस गरीब का भूख कौन मिटाएगा।

आपको बता दे कोरोना काल के पहले और अभी भी झारखण्ड के राज्य रांची में जितने भी लोग भिख मांगने को विवश है जो लोग सड़क, मंदिर,मस्जिद, चर्च ,गुरुद्वारा इत्यादि जगहों मे मजबूरी में अपना पेट भरने के लिए भीख मांगते है उन सभी के लिए सुजीत ने निस्वार्थ सेवा करने का जिम्मा उठाया हैं , आपको बतादे की सुजीत उपाध्याय ने राशन कार्ड का व्यवस्था, स्वास्थ सुविधा का व्यवस्था और उनके रहने के लिए व्यवस्था इत्यादि का प्रबंध करवाने का प्रयास और मुहिम माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से और जेएमएम केंद्रीय महासचिव श्री विनोद पांडे जी से आग्रह करके सुरु करवाया है।

बतादे की सुजीत उपाध्याय पहले से ही गरीबो के सेवा के लिए हमेशा से ही आगे खड़े हैं, सुजीत उपाध्याय जैसे लोग इस देश में बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। दौलत तो सबके पास होती है मगर दान की बात या फिर किसी गरीब अहसाय की मदद करने की बात जब आती है तो बहुत कम ही लोग इस दुनिया मे किसी की मदद करने को आगे आते हैं।

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