रामगढ़: कुजू ओपी क्षेत्र के दिग्वार गांव में 55 वर्षीय शिवनारायण कुशवाहा का कातिल कोई और नहीं उसकी ही पत्नी भागीरथी देवी और 23 वर्षीय बेटा गणेश कुशवाहा निकला. कत्ल की वारदात के बाद दोनों ने मिलकर लाश को ठिकाना भी लगाया.
26 दिसंबर की शाम को कुजू पुलिस को सूचना मिली कि गांव के बाहर खेत में बने एक सरकारी कुएं में एक व्यक्ति का शव तैर रहा है. इसकी सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कुएं से बाहर निकाला, फिर शव को अपने कब्जे में ले लिया. शव की शिनाख्त दिगवार गांव के रहने वाले शिवनारायण कुशवाहा के रूप की गई. शव की हालत देखकर लोग यही अंदाजा लगा रहे थे कि यह आत्महत्या नहीं है, बल्कि इसकी हत्या की गई है क्योंकि शव पूरी तरह से कंबल में लिपटा हुआ था. इसके अलावा शव रस्सी के सहारे पत्थर से बंधा हुआ था. शिवनरायण की शव की स्थिति बता रही थी कि यह शव लगभग एक सप्ताह पुरानी है. जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गई और मामले का खुलासा कर लिया.
रामगढ़ एसडीपीओ ने दी जानकारी
रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक ने बताया कि कुएं में एक व्यक्ति का शव मिला, शव की स्थिति को देखकर लगा कि यह पूरा हत्या का मामला है और जब अनुसंधान हुआ तब इस पूरी वारदात में मां बेटा के शामिल होने की बात सामने आई. दोनों आरोपी से पूछताछ हुई तो दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. हालांकि हत्या के कारण को लेकर दोनों से पूछताछ चल रही है, जल्द ही कारण भी पता चल जाएगा.