Ranchi : झारखंड से रामगढ़ जिले के पतरातू डैम के दोनों क्रूज को महाकुंभ के लिए प्रयागराज भेजा गया है. मिली जानकारी के अनुसार अब पतरातू डैम पहुंचने वाले सैलानियों को करीब दो महीने तक इस क्रूज का आनंद लेने के लिए इंतज़ार करना पड़ेगा. पतरातू डैम में संचालित दोनों क्रूजों को हाइड्रा की मदद से ट्रेलर पर लोड किया गया. पर्यटन विभाग की ओर से पतरातू डैम में लेक रिसॉर्ट बनने के बाद सैलानियों और पर्यटक की सुविधा के लिए इस डैम में दर्जनों बोट लाये गए थे. इसमें मुख्य रूप से, तीन बड़े पैडल बोट, 10 कायक, सात पैडल बोट सहित कई अन्य तरह के बोट लाए गए थे. 65 सीटर का एक वातानुकूलित क्रूज और बिना एसी का 100 सीटर वाला क्रूज करीब एक साल पहले यहां लाया गया था.
मालूम हो कि पतरातू डैम में मौजूद दोनों क्रूज को G-20 शिखर सम्मेलन में आए विदेशी डेलिगेट्स के लिए लाया गया था. उन्हें पतरातू बांध तक पहुंचाने के लिए एसी क्रूज को यहां लाया गया था. लेकिन ट्रैफिक के कारण यह दोनों क्रूज एक दिन बाद आए. इन क्रूज को गुजरात से अहमदाबाद लाने में देरी हुई थी. इस कारण दोनों क्रूज पतरातू 4 मार्च का पहुंचे थे. ऐसे में पैडल बोट, हाई स्पीड बोट और जेट के जरिए जी-20 डेलिगेट्स को पतरातू बांध दूसरी ओर स्थित द्वीप तक पहुंचाया गया था.
पतरातू लेक रिजॉर्ट को झारखंड पर्यटन विकास कारपोरेशन के द्वारा गुजरात के अहमदाबाद की कंपनी एंटार्कटिका इसका संचालन कर रही है. पतरातू डैम में इस कंपनी द्वारा जेट्स, हाई स्पीड बोट, पैडल बोट के साथ क्रूज की भी व्यवस्था कराई गई थी. इसमें एक साथ 65 लोग बैठ सकते थे. इसके अलावा इस क्रूज की छोटी-मोटी पार्टियों के लिए भी बुक किया जाता था.
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