नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने घोषणा की है कि अब विद्यार्थियों को एनसीईआरटी की किताबें देश के किसी भी कोने से अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर उपलब्ध होंगी. इसके लिए एनसीईआरटी ने ई-कॉमर्स साइट अमेजन के साथ साझेदारी की है, जिसमें शिक्षा मंत्रालय का सहयोग भी शामिल है.
एनसीईआरटी का अमेजन के साथ करार
- अब एनसीईआरटी की किताबें निर्धारित मूल्य पर ही मिलेंगी, जिससे विद्यार्थियों को दो या तीन गुना अधिक राशि का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
- केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में यह करार किया गया है.
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एमआरपी पर मिलेंगी किताबें
अमिताभ, एनसीईआरटी के मुख्य व्यापार प्रबंधक ने बताया कि पहले अमेजन पर 65 रुपये की किताब 200-300 रुपये में बिकती थी. अब ये किताबें एमआरपी पर ही उपलब्ध होंगी. यदि बाजारों में किताबें नहीं मिल रही हैं, तो विद्यार्थी अमेजन से आसानी से ऑर्डर कर सकेंगे. उन्होंने कहा, “अब लोग उचित कीमत पर किताबें प्राप्त कर सकेंगे, और बाजारों में मिल रही पायरेटेड किताबों पर भी रोक लगेगी.”
नकली किताबों पर लगेगी रोक
इस साझेदारी से पायरेटेड किताबों की बिक्री पर रोक लगेगी, क्योंकि अमेजन को किताबें एनसीईआरटी द्वारा सीधे प्रदान की जाएंगी, जिससे नकली किताबों की संभावना खत्म हो जाएगी. इसके अलावा, खरीदारों को बिल भी मिलेगा.
समर्पित वितरकों हुए नियुक्त
एनसीईआरटी ने किताबें वितरित करने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के लिए समर्पित वितरकों को नियुक्त किया है. ये वितरक केवल अमेजन को किताबें प्रदान करेंगे, जिससे किताबों की अनुपलब्धता की समस्या का समाधान होगा.
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