राजीव रंजन सिंह

पलामू : झारखंड-बिहार सीमा पर अब केंद्रीय रिजर्व बल (सीआरपीएफ) के बजाय इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के जवान नक्सलियों से लोहा लेंगे. नक्सल विरोधी अभियान में इंडियन रिजर्व बटालियन के जवानों को तैनात किया जाएगा. इनकी तैनाती बिहार से सटे पलामू इलाके में की जाएगी. पलामू के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के डगरा और कुहकुह, मनातू में आईआरबी को तैनात किया जाना है. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है. दो दशक के बाद बिहार सीमा पर सीआरपीएफ की जगह आईआरबी नक्सल विरोधी अभियान का नेतृत्व करेगा. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने आईआरबी की तैनाती की पुष्टि की है. हालांकि, कई इलाकों में ग्रामीण सीआरपीएफ को हटाने का विरोध कर रहे हैं और सीएम को पत्र भी लिखा है.

तीन दशक बाद सीआरपीएफ को किया क्लोज

दरअसल, पलामू में सीआरपीएफ के 134 बटालियन को क्लोज किया जा रहा है. पलामू से सीआरपीएफ 134 बटालियन को सारंडा के इलाके में शिफ्ट किया जा रहा है. बता दें कि 1995-96 में पहली बार नक्सल विरोधी अभियान के लिए पलामू में सीआरपीएफ की दो कंपनी पहुंची थी. वर्ष 2003-04 में पहली बार पूरी बटालियन की तैनाती की गई थी. उस समय 13वीं बटालियन को तैनात किया गया था. वर्ष 2010-11 में सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन को तैनात किया गया था. पलामू में तैनाती के दौरान सीआरपीएफ 134 बटालियन के 20 से अधिक जवानों और अधिकारियों को पुलिस मेडल ऑफ गैलेंट्री मिल चुका है.

सीआरपीएफ 134 बटालियन की 7 कंपनियां थीं तैनात

पलामू में सीआरपीएफ 134 बटालियन की सात कंपनियां तैनात थीं. सीआरपीएफ झारखंड-बिहार सीमा पर हरिहरगंज, कुहकुह, डगरा, मनातू और चक में तैनात थी. इसके अलावा पलामू, चतरा और लातेहार सीमा पर तैनात थी. इनमें बिहार सीमा पर दो स्थानों को छोड़ दिया जाए तो सभी जगह से सीआरपीएफ की कंपनियों को हटा दिया गया है. इंडियन रिजर्व बटालियन की टुकड़ी जल्द ही डगरा, कुहकुह और मनातू में तैनात हो जाएगी.

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