नई दिल्ली : भारत की राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने की संभावनाओं पर 2026 में होने वाले खेलों के लिए करारा झटका लगने जा रहा है. मेजबान शहर ग्लासगो ने प्रमुख खेलों जैसे हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, क्रिकेट और निशानेबाजी को खेलों के कार्यक्रम से ही हटा दिया है. इसके परिणामस्वरूप केवल 10 खेलों को शामिल किया गया है, जिससे भारत के लिए पदक जीतना कठिन दिख रहा है.

खेलों की नई सूची और कार्यक्रम

23 जुलाई से 2 अगस्त 2026 तक आयोजित होने वाले इन खेलों में एथलेटिक्स, तैराकी, कलात्मक जिमनास्टिक, मुक्केबाजी जैसे खेल शामिल होंगे. जबकि टेबल टेनिस, स्क्वाश और ट्रायथलॉन को भी हटा दिया गया है. खेलों का आयोजन स्कॉट्सटाउन स्टेडियम, टोलक्रॉस तैराकी केंद्र और एमिरेट्स एरेना में किया जाएगा.

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भारत की संभावनाएं प्रभावित

भारतीय दल के लिए यह निर्णय एक बड़ा झटका है, क्योंकि पहले भारतीय खिलाड़ी अधिकतर पदक इन हटाए गए खेलों में ही जीतते रहे हैं. निशानेबाजी को पिछले बर्मिंघम खेलों से भी हटा दिया गया था और उसकी वापसी की संभावना कम है.

खेलों के हटने के कारण

निशानेबाजी को कार्यक्रम से बाहर करने का कारण यह है कि इसका आयोजन पिछली बार डंडी में हुआ था, जो ग्लासगो से काफी दूर है. हॉकी का बाहर होना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह खेल 15 से 30 अगस्त को होने वाले हॉकी विश्व कप के बाद है.

भारतीय खेलों में दबदबा

भारत ने हॉकी, बैडमिंटन और निशानेबाजी में पिछले वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है. बैडमिंटन में भारत ने 31 पदक जीते हैं, जबकि निशानेबाजी में 135 पदक. अब इन खेलों का बाहर होना, भारत की पदक संभावनाओं पर गंभीर प्रभाव डालेगा.

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