रांची: झारखंड रियल इस्टेट रेगुलेटरी आथोरिटी (झारेरा) का गठन लोगों को बिल्डरों की ठगी से बचाने के लिए किया गया. इसका फायदा लोगों को मिल भी रहा है. लेकिन अब बिल्डर रेरा को ठगने से भी बाज नहीं आ रहे. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रेरा को प्रोजेक्ट की क्वार्टर रिपोर्ट नहीं दे रहे है. नोटिस के बाद इसका जवाब भी नहीं दे रहे है. ऐसे में रेरा ने कार्रवाई करते हुए बिल्डरों पर 12.50 लाख रुपए का फाइन लगाया है. वहीं जल्द से जल्द जमा करने को कहा गया है.
रेरा की गाइडलाइन के अनुसार राज्य में चल रहे सभी प्रोजेक्ट की क्वार्टर रिपोर्ट हर तीन महीने पर देनी है. जिससे कि प्रोजेक्ट में देर होने की स्थिति में ग्राहकों को नुकसान न हो. वहीं ज्यादा लेट होने पर ग्राहकों को मुआवजा भी दिलाने का काम रेरा कर रहा है. ताकि किसी भी स्थिति में बिल्डर ग्राहकों को न ठग सके.
रांची: दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा मंडल के अंतर्गत नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के कारण 30…
रांची: यदि आप दिसंबर 2024 में बैंकिंग कामकाज को लेकर कोई योजना बना रहे हैं,…
रांची: झारखंड के आदिवासी नेता और धरती आबा बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का…
रांची: झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के अन्य जिलों में इन दिनों सुबह की…
🐏 मेष : चतुर्थ चन्द्र है. विवाद से बचें. सही जगह खर्च होगा. मंद व्यापार-…
रांची: झारखंड में सरकार गठन होने के बाद ही राजधानी के उपायुक्त की नई जिम्मेदारी…
This website uses cookies.