नई दिल्ली : लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष के सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। आज होने वाली इस चर्चा की खासियत यह है कि 133 दिनों तक संसद के पूर्व सदस्य रह चुके राहुल गांधी इस बहस की अपने भाषण से शुरुआत करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत
मोदी सरनेम से जुड़े आपराधिक मानहानि के मामले में अपनी सदस्यता गंवाने के बाद यह पहला मौका होगा जब राहुल लोकसभा में बोल रहे होंगे। इसी साल फरवरी में उनको अपनी सदस्यता तब गंवानी पड़ी थी जब गुजरात की एक ट्रायल कोर्ट ने मोदी सरनेम आपराधिक मानहानि मामले में उनको दो सालों की अधिकतम सजा सुनाई थी। हाल ही में उनको सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है।
सरकार के खिलाफ कांग्रेस लाई थी अविश्वास प्रस्ताव
लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाये गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार से बहस शुरू हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि मंगलवार को विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव में बहस की अगुआई राहुल गांधी कर सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे देश के लोगों खासकर वायनाड संसदीय क्षेत्र की जनता को राहत मिली है। खड़गे ने ट्वीट करके कहा कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल करने का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है। यह (कदम) भारत के लोगों और विशेषकर वायनाड की जनता के लिए राहत लेकर आया है।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 12 घंटे का समय
लोकसभा की समिति ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 12 घंटे का समय आवंटित किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभवत: गुरुवार को अपना जवाब देंगे। विपक्षी दल मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर संसद में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं और इसके कारण 20 जुलाई से आरंभ हुआ संसद का मानसून सत्र हंगामेदार रहा है।