नई दिल्ली : कांग्रेस और ‘इंडिया’ ब्लॉक ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया है. इस प्रस्ताव पर अब तक 70 सांसदों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं. ‘इंडिया’ ब्लॉक की सभी पार्टियों ने इस पर अपनी सहमति जताई है. इस बीच राज्यसभा के सभापति सह उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने फ्लोर लीडर्स की बैठक भी बुलाई है.
कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस नेताओं ने सभापति पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था. नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कांग्रेस सदस्य इस मुद्दे को लेकर उठ खड़े हुए थे. उन्होंने कहा कि सभापति ने नियम 267 के तहत दिए गए नोटिसों को खारिज कर दिया, लेकिन फिर सत्ता पक्ष के सदस्यों को बोलने का मौका दिया. इस पर कांग्रेस के जयराम रमेश ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जब नोटिस खारिज कर दिए गए हैं, तो उन पर चर्चा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी.
हंगामे के बीच विवाद बढ़ा
हंगामे के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “मैं काफी देर से अपना हाथ उठाए हुए था, लेकिन जब मंत्री ने कुछ कहा और मैं उससे सहमत नहीं था, तब मैंने ऊंगली उठाकर आपका ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की, लेकिन आपने मुझे मौका नहीं दिया. आपने मंत्री को बुला लिया, जो उचित नहीं था.”
सभापति ने दी प्रतिक्रिया
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, “आप मुझ पर आरोप लगा रहे हैं. आपको अपनी बात रखनी चाहिए, मैं मंत्री या नेता सदन का पक्ष नहीं ले रहा हूं. आप मुद्दे पर बोलिए, मुझे आरोपित क्यों कर रहे हैं.” इसके जवाब में खरगे ने कहा, “आप सदन को ठीक से चलाने का काम नहीं कर रहे हैं. अगर आप ऐसा ही करते रहे तो आप लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं.”
Also Read: मंत्री संजय सेठ को धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार, पारिवारिक विवाद में भेजा धमकी भरा मैसेज