Johar Live Desk : वामपंथी राजनीति का एक और अभूतपूर्व क्षण सामने आया है, जब बिहार के बेटे नीतीश कुमार ने एक बार फिर JNU छात्र संघ चुनाव में जीत हासिल कर बिहार का परचम लहराया. नीतीश ने ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) और डीएसएफ गठबंधन से चुनाव लड़ा और अपने प्रतिद्वंद्वी, संघ परिवार के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की शिखा स्वराज को 272 वोटों के अंतर से हराया. नीतीश को कुल 1702 वोट मिले, जबकि शिखा को 1430 वोट प्राप्त हुए.
नीतीश कुमार बिहार के अररिया जिले के शेखपुरा गांव के निवासी हैं. उनके पिता प्रदीप यादव, जो एक किसान हैं और मां पूनम देवी, एक गृहिणी नीतीश की सफलता पर गर्वित हैं. नीतीश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा फारबिसगंज के सरस्वती शिशु मंदिर से पूरी की. उसके बाद 12वीं की पढ़ाई पूर्णिया कॉलेज से की. इसके बाद उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर JNU में राजनीति विज्ञान में MA किया. इस समय, वे JNU में ही पॉलिटिकल साइंस में PhD कर रहे हैं.
JNU छात्र संघ के अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार ने सरकार से JNU कैंपस के फंड में कटौती पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि अब JNU के लिए सरकारी खजाने से उचित फंड लाने की कोशिश की जाएगी. इसके साथ ही, नीतीश ने अपनी प्राथमिकताओं के बारे में भी बताया और कहा कि वे JNU की गरिमा को फिर से बहाल करेंगे.
इस ऐतिहासिक जीत के बाद, शेखपुरा में नीतीश के परिवार और गांववासियों में हर्ष का माहौल है. लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर नीतीश की सफलता का जश्न मना रहे हैं. नीतीश की जीत ने यह साबित कर दिया है कि बिहार के छात्र राजनीति में एक मजबूत और सशक्त उपस्थिति है, जो राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी पहचान बना रही है.
Also Read : सलमान खान ने UK Tour को किया पोस्टपोन, जानें क्यों