पटना : राजधानी पटना में मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ता पर हुए लाठीचार्ज का पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि बिहार में जिस तरह से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया है वैसा उदहारण हिंदुस्तान में कभी देखने को नहीं मिला। जबकि भाजपा ने सरकार को मार्च की सूचना दी थी। सूचना के बाद डाकबंगला चौराहे पर बीजेपी कार्यकर्ता पहुंचे।
नियम के विरुद्ध सरकार ने की कार्रवाई
संजय जायसवाल ने कहा कि यह पहली यह देखा गया कि सरकार ने वाटर कैनन का प्रयोग किया, आंसू गैस के गोले छोड़े, उसी समय लाठीचार्ज भी किया गया। जबकि कहीं भी यह नियम नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर वाटर कैनन से नहीं कंट्रोल में आये तब आंसू गैस के गोले छोड़े जाते हैं और उसके बाद लाठी चार्ज किया जाता है। लेकिन यहां सब कुछ नीतीश कुमार के आदेश पर एक साजिश के तहत एक साथ यह तीनों कार्रवाई की गयी। एक शांतिपूर्वक चल रहे जुलूस के साथ यह दुर्व्यवहार करना गलत है।
किसी कार्यकर्ताओं ने नहीं तोड़ा बैरिकेड और पेपर स्प्रे
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बार-बार यह आरोप लगाया जा रहा है कि बैरिकेड तोडा गया, पेपर स्प्रे किया गया। एक वीडियो एक फोटोग्राफ कोई नहीं दिखा सकता कि ऐसा हुआ हो। या भाजपा के किसी कार्यकर्ता ने किसी तरह का दुर्व्यवहार किया हो। कल लोकतंत्र की हत्या नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने किया है। बिहार की जनता उन्हें निश्चय ही सबक सिखाएगी।
शांतिपूर्ण जुलूस पर क्यों छोड़ा गया आंसू गैस के गोले
उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि जो लोग कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है, उनमें से एक भी व्यक्ति ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से नहीं पूछा कि शांतिपूर्ण जुलूस पर आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करने की वजह क्या थी।