JoharLive Desk
नयी दिल्ली : सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को प्रगति मैदान पर पैपरेक्स 2019 की 14वीं अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और कांफ्रेस का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह आयोजन पेपर उद्योग के लिए एकीकृत व्यापार का मंच है।
इस अवसर श्री गड़करी ने कहा कि यह प्रदर्शनी नये व्यापार के अवसरों, संयुक्त उद्यमों, निवेश और कागज क्षेत्र के लिये प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और संबद्ध उद्योगों के लिये अच्छा अवसर है।
यह दुनिया का सबसे बड़ा पेपर उद्योग शो है। पैंतीस से ज्यादा देशों के 700 से अधिक कंपनियां इसमें हिस्सा ले रही हैं। वहां आये आगंतुकों की विशेष रूचि पेपर ग्लास, पेपर प्लेट और मशीनों को लेकर रही।
तीन से छह दिसम्बर तक चलने वाले इस पेपर शो में देश-विदेश की कई कंपनियों ने भाग ले रही हैं। इस शो में ऑस्ट्रिया, बंगलादेश, कनाडा, चीन, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, लेबनान, मलेशिया, फिलीपींस, पोलैंड, कोरिया गणराज्य, स्कॉटलैंड, सिंगापुर, स्लोवेनिया, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीडन, ताइवान, नीदरलैंड्स, यूएई, ब्रिट्रेन, अमेरिका, चीन, ताइवान, जर्मनी आदि इसमें भाग ले रहे हैं।
दुनिया भर में वर्ष 2025 तक पेपर उद्योग में 4.43 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है।
एंडरिट्ज एपीपी, वसुंधरा पेपर मिल, बीआईएलटी, बिंदल्स पेपर मिल्स, बकमैन, सेंचुरी, इंटरनेशनल पेपर, जे के पेपर, क्वांटम पेपर, ओरिएंट पेपर, टीएनपीएल, ट्राइडेंट, वेलमेट, वोइथ , वेस्ट कॉस्ट, यश पेपर आदि ने इस शो में अपने नवाचार और उत्पाद प्रदर्शित किये हैं।