लातेहार : 15 लाख का इनामी माओवादी छोटू खरवार मारा गया. आपसी लड़ाई में मारा गया छोटू खरवार. यह घटना लातेहार जिले के नवाडीह में मंगलवार की देर रात हुई है. बता दें कि माओवादी कमांडर छोटू खरवार 100 से अधिक नक्सली घटनाओं का अभियुक्त है.
बूढ़ापहाड़ पर ऑपरेशन ऑक्टोपस के बाद संभाली थी संगठन की कमान
माओवादी कमांडर छोटू खरवार लातेहार के छिपादोहर का रहने वाला था. बूढ़ापहाड़ पर अभियान ऑक्टोपस के बाद माओवादी संगठन की कमान छोटू खरवार ने संभाली थी. उसके नेतृत्व में माओवादी गुमला, लोहरदगा व लातेहार के इलाकों में सक्रिय थे. वह माओवादियों के कोयल और शंख जोन का इंचार्ज था. पुलिस को सूचना मिली थी कि बूढ़ापहाड़ इलाके से बचकर भागे हुए माओवादी छोटू खरवार के साथ हो गए हैं. हाल के दिनों में छोटू खरवार ने लेवी के लिए कई हिंसक कांड को अंजाम दिया. जबकि लातेहार के छिपादोहर के इलाके में उसने एक दैनिक वेतन भोगी कर्मी की हत्या भी की थी.
पत्नी ललिता देवी 2019 में ही हो चुकी थी गिरफ्तार
छोटू खरवार की पत्नी ललिता देवी को एनआईए ने 19 अक्टूबर 2019 को ही लातेहार से गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले 21 दिसंबर 2016 को बालूमाथ पुलिस ने सहारा इंडिया के मैनेजर चंदन कुमार के पास से 3 लाख रुपए बरामद किए थे. तब मैनेजर ने पुलिस से कहा था कि पैसे छोटू खरवार के हैं. छोटू के 26 लाख रुपए की निवेश की डिपोजिट स्लिप भी पुलिस को मिली थी. इसमें से 12 लाख रुपए छोटू खरवार की पत्नी ललिता के नाम पर थे. इसके बाद 18 जनवरी 2018 को ललिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं, एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को इस केस को टेकओवर किया था. इसके बाद नक्सलियों का पैसा निवेश कराने के मामले में ललिता देवी को दो जुलाई 19 को वांटेड घोषित किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.