नई दिल्ली: भारत विरोधी साजिश मामले में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को उत्तर प्रदेश और बिहार में 12 स्थानों पर आरोपियों और संदिग्ध व्यक्तियों के परिसरों पर छापा मारा. कुल में से, उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में 11 स्थानों और बिहार के कैमूर जिले में एक स्थान की तलाशी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा दर्ज मामले के संबंध में की गई थी. एनआईए ने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड सहित कई डिजिटल उपकरणों के साथ-साथ प्रतिबंधित नक्सली संगठन के पर्चे जैसे आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.

एनआईए ने पिछले साल 10 नवंबर को बलिया में सीपीआई (माओवादी) के हथियारों और गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेजों, साहित्य और किताबों की बरामदगी के बाद पांच लोगों की गिरफ्तारी से संबंधित मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी. इस साल 9 फरवरी को एजेंसी ने मामले में चार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था. एनआईए की अब तक की जांच के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तरी क्षेत्रीय ब्यूरो में अपनी उपस्थिति को फिर से सक्रिय करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है. एनआईए ने कहा कि सीपीआई (माओवादी) या नक्सलियों के नेता, कैडर और सहानुभूति रखने वाले और ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) इस क्षेत्र में संगठन की कमजोर उपस्थिति को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं. संगठन की नापाक योजनाओं को विफल करने के लिए.

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