रांची । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र के तेतरिखाड़ कोलियरी में जबरन वसूली और सरकारी कार्यों में बाधा डालने के मामले में जांच करते हुए 14 ठिकानों में छापेमारी की है। एनआईए की टीम ने रांची, लातेहार, चतरा में कुल 14 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी तेतरिखाड़ कोलियरी में आगजनी की घटना में शामिल आरोपियों के ठिकानों पर की गई है, जहां से एनआईए की टीम ने डिजिटल उपकरण और कई दस्तावेज बरामद किये है। जिन्हें जब्त कर आगे की जांच की जा रही है। यह कार्रवाई बुधवार रात की गई है।
उल्लेखनीय है कि बालूमाथ थाना क्षेत्र के तेतरिखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी मामले की जांच एनआईए कर रही है। एनआईए की रांची ब्रांच ने कांड संख्या आरसी 01/2021 दर्ज किया है। इस मामले की जांच एनआईए के डीएएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। एनआईए ने आईपीसी की विभिन्न ने धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
जांच में यह बात सामने आयी है कि अपराधी सुजीत सिन्हा और अमन साहू ने शाहरुख और प्रदीप गंझू सहित अन्य उग्रवादियों के साथ मिलकर हत्या, जबरन वसूली और अपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने के लिए कई साजिश रची थी। बताया गया है कि यह गिरोह कोयला परिवहन क्षेत्रों में हत्या और आतंक पैदा करने के लिए एके-47 सहित कई अत्याधुनिक स्वचालित हथियार खरीद रहा है। धनबाद और रांची के जेलों से इन नापाक हरकतों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी। इस मामले में एनआईए ने बीते पांच अगस्त को 17 आरोपितों के ऊपर आरोप पत्र दायर किया था।
मालूम हो कि 18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था। हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था। इसके अलावा अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था। इस घटना की जिम्मेदारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने लिया था।
(हि.स.)