गिरिडीह: जिलें में झाड़ी में पड़ी लावारिस बच्ची को मां-बाप का गोद मिल गया है. इस बच्ची को गांव के निःसंतान दंपती लखिया देवी व माला हाजरा ने अपना लिया है. इससे पहले कुछ लोगों के द्वारा उसे लावारिश झाड़ी में फेंक दिया गया था. जिसकी सूचना पुलिस को मिलने के बाद बच्ची को बचाया गया.
कुछ लोगों के मुताबिक रविवार की सुबह एक बाइक पर दो पुरुष व एक महिला झाड़ी के पास आयी और कपड़े में लपेटकर बच्ची को फेंक दिया. स्थानीय लोगों के अनुसार बाइक सवार लोगों को पकड़ा नहीं जा सका. इसके बाद बच्ची ठंड में कई घंटे तक झाड़ी में रोती रही. तभी कुछ लोगों को झाड़ी में नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी. लोगों ने देखा कि कपड़ा फेंका हुआ है और आवाज उसी से आ रही है. नजदीक जाकर देखने पर कपड़े में बच्ची मिली. इसके बाद शोर हुआ और पुलिस को सूचना दी गई.
इधर ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने पर देवरी थाना के एसआई अजय सोय एवं चतरो कैंप के एसएसबी जवान जेडी पप्पू गुप्ता मौके पर पहुंचकर लावारिस नवजात बच्ची को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवरी ले गए. यहां बच्चे के स्वास्थ्य की जांच करवाई गई. बाद में इसी गांव के निःसंतान दंपती लखिया देवी व माला हाजरा ने बच्ची को अपने पास रखने की इच्छा जाहिर की. पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर बच्ची को इस दम्पति को सौंप दिया. इसके साथ ही लावारिस बच्ची को मां-बाप का गोद मिल गया.