Joharlive Team
रांची। रांची रोड के बड़़े अस्पताल वृंदावन एंड रिसर्च सेंटर में नवजात के खरीद बिक्री का मामला सामने आया है। रामगढ़ पुलिस ने देर रात गुप्त सूचना पर छापेमारी कर दो नवजात को भी बरामद किया है। जिसमें एक बालक और बालिका है। दोनों नवजात को 15/15 हजार में कोलकाता से लाकर वृंदावन अस्पताल में रखा गया था। दोनों नवजात को बेचने की तैयारी थी मगर इससे पूर्व पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए बरामद कर लिया है। हालांकि, इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी होने की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस पूरी गंभीरता से मामले की जांच कर रही है। ताकि, इस कारोबार से जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा सकें।
चार-चार लाख में होना था नवजात का सौदा
पुलिस के अनुसार बरामद दोनों नवजात का सौदा चार-चार लाख में होना था। इस बात की सूचना सबसे पहले बाल कल्याण समिति को मिली थी। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए देर रात संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए वृंदावन अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर में छापेमारी की। फिर अस्पताल परिसर से दोनों नवजात को बरामद करने में सफलता हासिल की। दोनों को हजारीबाग के वात्सल्य दंतक ग्रह नाले को सौंपा गया है।
संचालिका पर नवजात खरीद ब्रिकी का आरोप
वृंदावन अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर की संचालिका डॉक्टर मालती चार पर नवजात बच्चों की खरीद बिक्री का आरोप लगा है। बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी और रामगढ़ जिला पुलिस अब पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। इससे पूर्व संयुक्त कार्रवाई टीम अस्पताल पहुंच कर बच्चों के बारे में जानकारी लेना चाहा तो मौजूद डॉक्टर, दाई और नर्स ने अलग-अलग बयान दिए। वहीं डॉक्टर मालतीचार का कहना था कि वह दोनों बच्चों को गोद लेना चाहती है। जबकि दाई का कहना था कि दोनों बच्चे उसी के हैं लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो इस बात का खुलासा हुआ कि अस्पताल में नवजात शिशु को बेचने का बड़े पैमाने पर धंधा चलाया जा रहा है। नवजात बच्चों को कोलकाता और आसपास के राज्यों से 15000 से 20000 में खरीदकर रामगढ़ लाया जाता है।