रांची। कोयलांचल इलाके में एक बार फिर से प्रिंस खान का नया वीडियो जोर शोर से वायरल हो रहा है। वीडियो में प्रिंस खान समुद्र किनारे खड़े होकर खुलेआम सिंह मेंशन को धमकी दे रहा है। वहीं, यह भी बोल रहा है कि जिसमें दम होगा, धनबाद में वह कोयला का कारोबार करेगा। सिंह मेंशन से जुड़े लोगों को संभल जाने की भी धमकी दे रहा और बोल रहा है कि रागिनी सिंह और जेल में बंद रागिनी सिंह का पति संजीव सिंह मिलकर पूरे षडयंत्र को रचा है। इस पूरे वायरल वीडियो में प्रिंस खान झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और हर्ष सिंह (देवर) को निर्दोष बताया है। प्रिंस खान धनबाद पुलिस से मांग भी कर रहा है कि पूरे मामले की सही से जांच हो तो सारी चीज़ें स्पष्ट हो जायेगी। हालांकि, जोहार लाइव इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
रागिनी सिंह द्वारा बोला गया हर बात गलत
वायरल वीडियो में प्रिंस खान बोल रहा है कि रागिनी सिंह ने बोला है कि अजय रवानी का प्रिंस खान, पूर्णिमा नीरज सिंह और हर्ष सिंह से संबध है, तो चीज़ें स्पष्ट करता हूँ कि रागिनी सिंह का यह आरोप बिल्कुल गलत है। पहले अजय रवानी को पूर्णिमा सिंह के पास भेजा गया उसके बाद हर सिंह के पास भेजा गया है या चक्रव्यू जेल में बंद संजीव सिंह द्वारा रचा गया है हर सिंह को मारने के लिए जेल में बैठकर संजीव सिंह षड्यंत्र रच रहा है इतना ही नहीं प्रिंस खाने वीडियो में बोला है कि रागिनी सिंह हमें खूंखार अपराधी बोलती है मगर हमने जितने भी मर्डर किए उसकी जी वहां जिम्मेवारी भी मैंने ली है मैंने कभी अपनों का खून नहीं वह आया है सत्ता और पैसे के लालच के चक्कर में एक साथ चार चार लोगों का हम संघार नहीं करते लेकिन सिंह मेंशन ऐसे लोगों का संघार करती है हमने ही भाई को मौत के घाट उतार उतारती है हमने जितने भी लोगों को मौत के घाट उतारा है वह सभी दो नंबर के कारोबार से जुड़े हुए थे डॉक्टर से रंगदारी हम नहीं मांगते हैं डॉक्टर से रंगदारी सिंह मेंशन का काम है।
संजीव सिंह को पुलिस दुमका जेल भेजकर देखे धनबाद शांत होगा
प्रिंस खान ने वीडियो में बोला है कि संजीव सिंह अपराध का एक हिस्सा है। धनबाद पुलिस संजीव सिंह को दुमका जेल भेजकर देखें धनबाद खुद शांत हो जायेगा। अमन सिंह से उसका कोई संपर्क नहीं है। हर्ष सिंह की हत्या की साजिश जेल में बैठकर संजीव सिंह रच रहा है। संजीव सिंह सभी जगहों पर अमन सिंह से फ़ोन करवाता है और मैनेज करने के नाम पर आधा पैसा खुद रखता है, बाकी अमन सिंह को देता है। उसने यह भी कहा है कि ऐसा कोई काम मत करें, जिससे 80 या 90 का दशक को हम फिर से याद दिला दें। सिंह मेंशन के लोग ओवर ब्रिज से गाड़ी में छुपकर पार होते थे। फिर से हम वही पुराना दिन लौटा देंगे। छोटे सरकार के डर से गाड़ी में छुपकर जाने को मजबूर कर देंगे। अपनी राजनीति अपने घर में रखो मेरे रक्त नीति में आने की कोशिश मत करो। मीडिया में आगे से रागिनी सिंह कोई भी बयान बाजी ना करें। वरना सभी को छोड़कर हमें तुमसे ही लड़ना पड़ेगा और सिंह मेनशन को बलिया भेजना पड़ेगा।