Joharlive Desk
लखनऊ । सुशासन के लिये जरूरी समग्र सोच के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्र को याद कराते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि विरासत में मिली कई समस्यायों का सरलता से समाधान कर न्यू इंडिया नये दशक में चुनौतियों को चुनौती देने के लिये तैयार है।
लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फिट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण और अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बसउ श्री मोदी ने कहा कि नया भारत 2020 में अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ प्रवेश कर रहा है। विरासत में मिली समस्यायों के समाधान की कोशिश हो रही है। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 एक पुरानी बीमारी थी जिससे आराम से मुक्ति मिल गयी। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का नाम लिये बगैर उन्होने कहा “ सबकी धारणायें चूर चूर हो गयी। ”
उन्होने कहा कि रामजन्मभूमि के सदियों पुराने जटिल मामले का शांतिपूर्ण समाधान हुआ। इसके अलावा आजादी के बाद से ऐसे लाखों गरीब,दलित,वंचितों को नागरिकता देने का रास्ता निकाला गया जो पाकिस्तान से शरणार्थी के तौर पर यहां गुजर बसर कर रहे थे।
श्री मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का कथन था कि जीवन को टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता, उसे समग्रता से देखने की जरूरत है। सरकार और सुशासन के लिये भी यही मानदंड है। जनसमस्यायों को समझे बगैर सुशासन संभव नहीं है। उन्हे प्रसन्नता है कि याेगी सरकार समग्रता की सोच के साथ जन आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनीवर्सिटी समग्रता देगी।