देवघर : बाबानगरी देवघर में नवान्न का पर्व पारंपरिक तरीके से मनाया गया. सबसे पहले सुबह में बाबा बैद्यनाथ को नए अन्य का भोग लगाया गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने अपने-अपने घरों में पूजा-अर्चना कर नया अन्य ग्रहण किया. मंदिर प्रबंधन की ओर से सुबह में बाबा बैजनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की गई. इस अवसर पर अगहन मास में होने वाले चूड़ा-दही, मूली, गुड घंघरा समेत नए अन्य का भोग बैद्यनाथ को लगाया गया. वही स्थानीय लोगों ने नए अन्य से अग्नि में आहुति दी, इसके बाद उसे ग्रहण किया.
जानें क्या है मान्यता
स्थानीय तीर्थ पुरोहित राजू मिश्रा ने बताया कि बाबा पर शाकल्य के रूप में नया अन्न चढ़ाया गया. देवघर में ऐसी मान्यता है कि सबसे पहले बाबा बैद्यनाथ को नए अन्य का भोग लगेगा, इसके बाद लोग उसे ग्रहण करेंगे. यह त्योहार मूलतः किसानों के लिए है, जो इस मौसम में धान की उपज करते हैं. अगहन मास में धान तैयार हो जाता है और उसे काटकर खलिहान में लाया जाता है. धान से चावल और चूड़ा तैयार करने के बाद नवान्न पर उससे पूजा की जाती है. इसके बाद उसे खाया है बेचा जाता है. वहीं, शाम में स्थानीय लोगों के घरों में जड़हन चावल से भात पकाया जाता है और पांच तरह की मौसमी सब्जी मिलाकर घघरघंट बनाई जाती है.
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