मैनपुरी। उत्तर प्रदेश स्थित मैनपुरी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज कर अपना गढ़ बचा लिया है। इस सीट पर सपा उम्मीदवार और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने 2 लाख 88 हजार 461 वोट के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की है। वहीं बीजेपी प्रत्याशीरघुराज सिंह शाक्य को अपने ही गांव के बूथ पर हार का सामना करना पड़ा है।
मैनपुरी में वोटों की गिनती शुरू होने के बाद से ही डिंपल यादव ने बढ़त बनाए रखी। हर राउंड की काउंटिंग के साथ ही डिंपल यादव की बढ़त का अंतर बढ़ता चला गया। जिसे पाटना रघुराज के लिए मुश्किल हो गया। रघुराज सिंह शाक्य को अपने गांव धौलपुर खेड़ा के बूथ पर भी बढ़त नहीं मिली। उन्हें अपने गांव के बूथ पर डिंपल यादव के मुकाबले 187 वोट कम मिले। जिसके बाद डिंपल यादव की जीत सुनिश्चित हो गई, समर्थकों को बस इस बात का इंतजार था कि ये जीत कितनी बड़ी होने जा रही हैं। डिंपल यादव को सबसे ज्यादा लीड शिवपाल सिंह यादव के विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर में मिली। जिसने उनकी जीत में अहम भूमिका निभाई।
मैनपुरी लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीट मैनपुरी सदर, भोगांव, किशनी, जसवंतनगर और करहल आती है। इन सभी सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की है। हालांकि पार्टी ने सबसे ज्यादा लीड सपा ने जसवंतनगर में बनाई। अकेले जसवंतनगर विधानसभा सीट पर ही वोटों की गिनती पूरी होने के बाद डिंपल यादव को 1.05 लाख से ज्यादा की बढ़त हासिल कर ली थी। वहीं दूसरे नंबर पर अखिलेश यादव की करहल में 75 हजार से ज्यादा वोटों की लीड दर्ज की। मैनपुरी सदर विधानसभा सीट पर डिंपल को सबसे कम बढ़त मिली।
जसवंत नगर में सपा को मिले शानदार समर्थन का पूरा श्रेय शिवपाल सिंह यादव को जाता है। शिवपाल ने पहले ही कह दिया था कि जसंवत नगर की जिम्मेदारी उन पर है। उन्होंने जो कहा वो करके दिखाया। जिसके बाद आज का दिन यूपी की राजनीति में एक और टर्निंग प्वाइंट लेकर आया जब शिवपाल की प्रसपा का समाजवादी पार्टी के साथ विलय हो गया। चाचा-भतीजा एक हो गए हैं। माना जा रहा है कि अखिलेश, चाचा को जीत का रिटर्न गिफ्ट दे सकते हैं। सूत्रों की मानें तो अखिलेश शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष पद देने पर भी विचार कर सकते हैं।