सरायकेला : बिहार-झारखंड में नक्सलियों के शीर्ष नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनके साथ पकड़े गए साथियों की 150 घंटे की रिमांड अवधि खत्म हो गई. इसके बाद जिला पुलिस ने रविवार को प्रशांत बोस और उनके साथियों की सरायकेला सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई. बाद में यहां से कोर्ट में पेश करने के बाद सरायकेला जेल भेज दिया गया.
गौरतलब है कि 12 नवंबर को कांड्रा-चौका मार्ग पर गिद्दीबेड़ा टोल ब्रिज के पास सरायकेला पुलिस ने नक्सली नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, उनकी पत्नी शीला मरांडी और चार सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. 14 नवम्बर को पुलिस ने सभी को गिरफ्तार करने की आधिकारिक जानकरी दी थी. सोमवार को पुलिस ने किशन दा, पत्नी शीला मरांडी और अन्य चार लोगों को 150 घंटे के रिमांड पर लिया था. पुलिस ने सभी से अलग-अलग पूछताछ की. रविवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. सूत्रों के अनुसार पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. पुलिस उसके आधार पर नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है.
पुलिस हाई अलर्ट पर, नक्सली दे सकते हैं बड़ी घटना को अंजाम
पुलिस प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद से हाई अलर्ट पर है. इधर 20 नवंबर को नक्सलियों ने 24 घंटे के भारत बंद का आह्वान किया था. इसमें पश्चिम सिंहभूम जिले में छोटी पुलिया और सोनुवा के पास रेल लाइन को विस्फोटक लगाकर क्षतिग्रस्त कर दिया था. पुलिया के पास बैनर और एक केन बम भी बरामद किया गया था. उधर लातेहार में भी में नक्सलियों ने विस्फोट कर रेल पटरी उड़ा दी थी. इसलिए पुलिस अब भी हाई अलर्ट पर है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. वहीं नक्सलियों ने 23 नवंबर से तीन दिन के बंद का आह्वान किया है.