JoharLive Team

  • इनामी नक्सली गंझु के दस्ते ने बनाया था बंधक
  • इलाके में चलाया जा रहा है व्यापक सर्च अभियान

रांची । लोहरदगा और लातेहार जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में बांस काटने गए दो ग्रामीण नक्सलियों द्वारा लगाए गए विस्फोटक की चपेट में आ गए। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे में चार अन्य ग्रामीण बाल-बाल बचे।
बताया जाता है कि लातेहार जिले के घाघरी गांव के छह ग्रामीण बांस काटने के लिए लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल गए हुए थे। इसी दौरान ग्रामीण भाकपा माओवादियों द्वारा जंगल में लगाए गए आईईडी बम की चपेट में आ गए। घटना में मौके पर ही एक ग्रामीण एतवा परहिया की मौत हो गई और एक ग्रामीण सूरज परहिया घायल हो गया। घायल सूरज को एंबुलेंस से सदर अस्पताल पहुंचाया गया। घटना में चार लोग बाल-बाल बच गए।
सूत्रों के अनुसार आईईडी ब्लास्ट के बाद भाकपा माओवादी संगठन के रीजनल कमांडर और 15 लाख का इनामी नक्सली रविंद्र गंझु के दस्ते के लोगों ने ग्रामीणों को बंधक बना लिया। हालांकि काफी देर बाद उसने सभी को छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने गांव पहुंचकर कुछ देर तक किसी को भी घटना की जानकारी नहीं दी। गुरुवार देर रात घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद लोगों को घटना की जानकारी हुई। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस गांव पहुंची और ग्रामीणों से पूछताछ की। पूरी जानकारी मिलने के बाद पुलिस बुलबुल जंगल गई जहां घटना हुई थी। वहां सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है।
एसपी प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। आईडी विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत हुई है और एक गंभीर रूप से जख्मी है उसे रिम्स भेज दिया गया है। पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार पेशरार के बुलबुल जंगल में 15 लाख का इनामी नक्सली रविंद्र गंझु अपने दस्ते के साथ ठहरा हुआ है। पहले इस जंगल में कई बार पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ भी हो चुकी है।

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