चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिला के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के झीलरुवां में मंगलवार की शाम नक्सलियों ने मनोहरपुर के पूर्व भाजपा विधायक गुरुचरण नायक पर हमला कर दिया। इस हमले में पूर्व विधायक की जान बाल-बाल बची। जैसे ही नक्सलियों ने हमला किया एक बॉडीगार्ड के साथ किसी तरह पूर्व विधायक घटना स्थल से निकलने में सफल रहे। सोनुआ थाना पहुंच कर उन्होंने पुलिस को पूरी जानकारी दी। नक्सलियों ने जिस समय हमला किया उस समय पूर्व विधायक के साथ तीन बॉडीगार्ड थे. एक बॉडीगार्ड पूर्व विधायक को सुरक्षित निकालने में सफल रहा. वहीं दो बॉडीगार्ड नक्सलियों के घेराबंदी में फस गए। दोनों बॉडीगार्ड को नक्सलियों ने कब्जे में ले लिया। अबतक दोनों बॉडीगार्ड को लेकर सूचना नहीं मिली है. आशंका जताई जा रही है कि नक्सलियों ने बॉडीगार्ड से हथियार लूट लिया होगा, अब तक दोनों बॉडीगार्ड नक्सलियो के कब्जे में है ऐसा पुलिस का मानना है। पूर्व विधायक गुरुचरण नायक एक फुटबॉल टूनार्मेंट के समारोह में भाग लेने के लिए गए थे। इसकी सूचना पहले से नक्सलियों को थी। अचानक नक्सलियों ने हमला कर दिया। खेल मैदान के आसपास नक्सली पहले से घात लगाए बैठे हुए थे। जैसे ही पूर्व विधायक भीड़ से बाहर निकले, उन पर नक्सलियों ने हमला कर दिया।
मालूम हो कि इससे पहले भी विधायक रहने के दौरान नक्सलियों के हमले में गुरुचरण बचे थे। पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर प्रखंड में एक स्कूल भवन के उद्घाटन व सड़क का शिलान्यास करने गए गुरुचरण पर एक घंटे के अंदर दो बार हमला किया गया था। विधायक की सुरक्षा में साथ गई पुलिस के साथ नक्सलियों की करीब डेढ़ घंटे तक फायरिंग हुई थी।हमले की पहली घटना आनंदपुर प्रखंड के नक्सल ग्रस्त हरता गांव में हुई थी। दूसरी बार खटांगबेड़ा गांव में नक्सलियों ने हमला किया था। गुरुचरण नायक हरता गांव में स्कूल भवन का उद्घाटन करने व बच्चों को पुरस्कार वितरित करने के बाद भाषण दे रहे थे कि अचानक समीप के जंगल से फायरिंग की आवाज सुनाई दी। एक के बाद एक आठ फायरिंग की आवाज सुनते ही विधायक को खतरे का आभास हुआ और वे भाषण बंद कर पैदल ही सुरक्षाकर्मियों के साथ खटांगबेड़ा गांव की ओर निकल गए थे।