गिरिडीह: झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. कुख्यात नक्सली और 10 लाख रुपये का इनामी रामदयाल महतो ने गिरिडीह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. यह कदम उसने अपने बेटे बैजनाथ महतो की भावनाओं की कद्र करते हुए उठाया है. रामदयाल महतो ने मधुबन थाना क्षेत्र में रविवार को आत्मसमर्पण किया. बता दें कि कुछ दिन पहले गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा दस लाख के ईनामी नक्सली राम दयाल महतो के परिजनों से मिले थे. वहीं उनके परिजनों के साथ बैठकर उससे सरेंडर कराने को कहा था. एसपी का यह प्रयास रंग लाया और उसने कुछ दिन बाद ही सरेंडर कर दिया.
75 से अधिक मामले है दर्ज
रामदयाल महतो की नक्सल गतिविधियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके खिलाफ 75 से अधिक मामलों की जांच की जा रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामदयाल महतो जो कि बच्चन दा के नाम से भी जाना जाता है, वर्षों से नक्सली संगठन के लिए काम कर रहा था. उसका दस्ता पीरटांड़, निमियाघाट, मधुबन, डुमरी और टुंडी जैसे क्षेत्रों में कई बड़े नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई बार छापेमारी की, लेकिन पुलिस की पकड़ से बाहर रहा. वह अक्सर अपने ठिकाने बदलता रहता था. रामदयाल महतो पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पीपराडीह गांव का निवासी है.