देवघर : शारदीय नवरात्र पर बाबामंदिर में मंगलवार को पंचमी पर कुंवारी-बटुक भोजन का आयोजन किया गया. इसके बाद महाकाल और जगत जननी मंदिर में गहवर पूजा होगी. बाबामंदिर परिसर के तीन देवी मंदिर मां पार्वती, काली और संध्या मंदिर के पट दो दिनों तक बंद रहेंगे. इस दौरान आम भक्तों को इन तीनों मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी. शारदीय नवरात्र की सप्तमी से लेकर नवमी तक तीनों शक्ति मंदिरों के पट बंद रखने की परंपरा काफी पहले से चली आ रही है.

क्या कहते हैं पुरोहित

बाबा मंदिर इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने बताया कि सप्तमी के दिन इन तीनों मंदिरों में विशेष पूजा होगी तथा बारी-बारी से पूजा कर माता को शाही स्नान कराने के बाद तांत्रिक विधि से पूजा की जाएगी. उसके बाद प्रतिमा के साथ शस्त्र बंधन कर खांड़ा बांधा जाएगा. विश्व कल्याण की कामना के साथ माता के पट को बंद कर दिया जाएगा. इस दौरान आम भक्त इन तीनों मंदिरों में दर्शन नहीं कर पायेंगे. सुबह और शाम मंदिर का पट खोल कर केवल मंदिर के पुजारी द्वारा माता की पूजा की जाएगी और पुनः मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा. इस बार गुरुवार व शुक्रवार को मंदिर का पट बंद रहेगा.  शनिवार को सुबह विशेष पूजा के बाद आम भक्तों के लिए तीन शक्ति मंदिरों का पट खोल दिया जाएगा.

दो मंदिरों में गहवर की होगी स्थापना

महाकाल भैरव मंदिर व लक्ष्मी नारायण मंदिर के बरामदे पर गहवर की स्थापना होगी. तार के पत्ते से घेर कर पूजा-अर्चना की जाएगी. यहां तांत्रिक विधि से पूजा होगी और अखंड ज्योत जलेगी. अखंड ज्योत जलती रहे, इसके लिए कुशमील गांव के राजहंस परिवार के दो-दो लोग 24 घंटे मौजूद रहेंगे.

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