बोकारो: गुरुवार को जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा हंस रेजंसी में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान उपायुक्त कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक, उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी., अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत समेत जिला स्तरीय पदाधिकारी, विभिन्न प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि शामिल हुए.
अपने संबोधन में उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि प्रेस, मीडिया का महत्व हमेशा से रहा है. देश आजादी के पूर्व भी कई स्वतंत्रता सेनानी अपनी विचारधारा, अपने संदेश को पहुंचाने के लिए अखबार, पत्र–पत्रिकाओं को अपना माध्यम बनाते थे. समय के साथ इसमें व्यापक बदलाव हुआ है. पहले केवल प्रिंट मीडिया था. आज प्रिंट के साथ ईलेक्ट्रानिक मीडिया, डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया भी है.
उपायुक्त ने कहा कि हाल की तकनीकी प्रगति और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और चैट जीपीटी जैसे नवाचारों ने हमारे सामने अवसरों के साथ-साथ अद्वितीय चुनौतियां भी प्रस्तुत कर दी हैं. कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में मीडिया सामयिक होने के साथ ही आवश्यक भी है. विश्व में जहां सूचना और संचार तेजी से बदल रहे हैं, हमारे लिए मीडिया परिदृश्य पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के गहरे प्रभाव को समझना महत्वपूर्ण है. इसके इस्तेमाल से मीडिया को जहां नई तकनीक के सरल इस्तेमाल का भरपूर अवसर मिलेगा. एआइ (AI) तकनीक तेजी से आगे की तरफ बढ़ रहा है. हमें इस तकनीक के साथ चलने के लिए अपने कौशल का विकास करना होगा. उन्होंने एआइ तकनीक और उसके इस्तेमाल पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को एक कार्यशाला पुनः आयोजित करने का निर्देश दिया.
मौके पर पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) एक टूल्स है, जो आपके पसंद – नापसंद को समझ लेता है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आगमन ने हमारे समाचार, सूचना और मनोरंजन प्राप्त करने और उपयोग करने के तरीके को बदल ही दिया है. एआई अब हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है. एआई अब प्रत्येक व्यक्ति के लिए ऐसी वैयक्तिक विक्रय तैयार करता हैं, जिससे लोगों के लिए अपनी इच्छित जानकारी तक की पहुंच सरल हो जाती है.
मौके पर उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी. ने कहा कि मीडिया हमेशा हमारे लोकतंत्र की वह आधारशिला रहा है, जो चौथे स्तंभ, सत्य और जवाबदेही के संरक्षक के रूप में कार्य करता है. यह सूचना का प्रतीक, आमजनों के स्वर और प्रशासन/सत्ता में पदस्थापित लोगों की निगरानी करता रहा है. मीडिया पालिसी बनाने से लेकर, ज्वलंत समस्याओं को सामने लाने में अहम भूमिका रखता है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता को हम अपना दोस्त या दुश्मन बना सकते हैं. लेकिन, भविष्य के लिए एआइ आवश्यकता है. जिला प्रशासन कंप्यूटर तकनीक को बढ़ावा देती है और इसका अनुकरण भी करती है. उन्होंने उदाहरण स्वरूप प्रशासन द्वारा किए गए कई कार्यों को सामने रखा. उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों के एआइ तकनीक में कौशल विकास को लेकर आने वाले दिनों में कार्यशाला आयोजित करने को विभाग को कहा.
इस दौरान कार्यशला का संचालन जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल भारती ने किया. मौके पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के इकाई लिपिक राकेश रंजन, संतोष चौरसिया, आशुतोष कुमार, मो. सलाम, मनोज सोरेन सहित पत्रकारो में विजय झा, रामप्रवेश, धनजय प्रताप, बीके पाण्डेय, निर्मल महाराज, अनिल कुमार, अनिल चौधरी, अरविंद कुमार, राममूर्ति, सुजीत कुमार, रजतनाथ, शशि कुमार, नरेश कुमार, एके सक्सेना, दिनदयाल समेत विभिन्न प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे.
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