Joharlive Desk
देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को कुल 423 भारतीय और नौ मित्र देशों के 90 सज्जन युवा अधिकारियों (जेसीओ) का प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद आयोजित पासिंग आउट परेड (पीओपी) की समीक्षा के बाद उन्हें सम्बोधित करते हुये देश के सेना अध्यक्ष जनरल एम.एम. नरवणे ने उनकी प्रशंसा की।
जनरल नरवणे ने कहा की ‘मुझे यकीन है, आप अपने देश के राजदूतों के रूप में आईएमए और प्रशिक्षण की शौकीन यादों का एक खजाना वापस ले जाते हैं, जिसे आप जीवन भर संजोते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आईएमए का यह प्रशिक्षण आपकी पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों में वृद्धि का आधार बनेगा और निश्चित रूप से हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करेगा।
उन्होंने सभी को राष्ट्र की सेवा में समर्पित करने का आह्वान करते हुये कहा, “आप सबसे संभ्रांत ताकतों में अपने कमीशन के ऐतिहासिक और शानदार क्षण से बस एक कदम दूर हैं। मुझे आपको भारतीय सेना की महान परंपराओं को मानने के लिए तैयार करना चाहिए, जिनमें से मूल सिद्धांत आपके देश के लिए प्यार, आपके द्वारा आज्ञा देने वाले जवानों के लिए प्यार और करुणा और उनके प्रति निष्ठा हो।” उन्होंने कहा कि यहां आपमें एक सिपाही की बुनियादी बातों को स्थापित किया गया है। अब आपके युवा और दृढ़ कंधों पर एक सैनिक की कला के विभिन्न पहलू हैं, जिन्हें आपको परिभाषित करना है।
उन्होंने जेसीओ के माता-पिता को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने अपने बच्चों को राष्ट्र की सेवा के लिए ऐसे महान पेशे को चुनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्वार्ड ऑफ ऑनर का प्रतिष्ठित पुरस्कार बीयूओ आकाशदीप सिंह ढिल्लों को प्रदान किया गया। जबकि जेंटलमैन कैडेट के लिए ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर रहे एयूओ शिव कुमार सिंह चौहान को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
इसके साथ, ऑर्डर ऑफ मेरिट में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर एसीए साक्षीम राणा को सिल्वर मेडल और ऑर्डर ऑफ मेरिट में तीसरे स्थान पर रहे एसयूओ सूरज सिंह को कांस्य पदक प्रदान किया गया। तकनीकी ग्रेजुएट कोर्स से प्रथम क्रम में सिल्वर मेडल जेयूओ भरत योगेंद्र को और सिल्वर मेडल विदेशी जीसी से मेरिट के क्रम में प्रथम स्थान पर सार्जेंट दोन वान सोन (वियतनाम) को प्रस्तुत किया गया। आर्मी स्टाफ बैनर के प्रमुख को शरद ऋतु 2019 के लिए कुल 16 कंपनियों के बीच खड़े होने के लिए अलमीन और सिंहगढ़ कंपनी से सम्मानित किया गया।
इस दौरान, आर्मी ट्रेनिंग कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला, वाईएसएम, एसएम, आईएमए पीओपी के लिए भी मौजूद थे और पाठ्यक्रम को प्रेरित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और समारोहों में शामिल हुए।
वैश्विक महामारी काेरोना वायरस ‘कोविड-19’ के कारण लागू नियमों के कारण जेसीओ के परिजन समारोह में शामिल नहीं हो सके। इस बार उनके कन्धों पर आईएमए और सैन्य अधिकारियों ने सितारे लगाए। परेड से पहले ‘अकादमी वार मेमोरियल’ पर एक भव्य माल्यार्पण समारोह किया गया। जिसमें अकादमी ने अपने उन 883 शहीदों को याद किया जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अंतिम बलिदान दिया। यहां सभी ने बहादुरी और निस्वार्थ रूप से उसी रास्ते पर चलने के लिए खुद को प्रतिबद्ध रखने का संकल्प किया।