नयी दिल्ली : टकराव और संघर्ष से भरी दुनिया किसी के हित में नहीं है. आतंकवाद से निपटने के लिए लगातार सख्त रवैया अपनाये जाने की जरूरत है. ये बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कही है. उन्होंने इजरायल और फिलिस्तीन में जारी संघर्ष के बीच सभी तरह के आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया है. इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि परस्पर विश्वास की कमी का सामना कर रही तथा बंटी हुई दुनिया टकरावों का समाधान नहीं कर सकती है. पीएम मोदी 13 अक्टूबर को यहां यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में जी 20 देशों के संसदीय अध्यक्षों के नौवें पी 20 सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे.
मानवता के विरुद्ध है आतंकवाद
उन्होंने कहा कि आतंकवाद चाहे कहीं भी होता हो, किसी भी कारण से, किसी भी रूप में होता है, लेकिन वो मानवता के विरुद्ध होता है.ऐसे में आतंकवाद को लेकर हमें निरंतर सख्ती बरतने की जरूरत है! उन्होंने कहा कि दुनिया अभी संघर्षों और टकराव से जूझ रही है और इस तरह की दुनिया किसी के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बंटी हुई दुनिया टकरावों का समाधान नहीं कर सकती . उन्होंने कहा ,’ यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, साथ आगे बढ़ने का समय है. यह सबके विकास और कल्याण का समय है.’ श्री मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति नहीं बनना दुखद है. आतंकवादी संगठन इसका फायदा उठा रहे हैं. दुनिया भर की संसदों को मंथन करना होगा कि जनभागीदारी के आधार पर इससे कैसे निपटा जाये.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी को एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के मूल मंत्र तथा भावना के साथ आगे बढते हुए विश्वास के संकट को दूर करना होगा.