नेपीता : म्यांमार की अदालत ने अपदस्थ नेता आंग सान सू-ची को सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोविड नियमों का उल्लंघन करने के लिए चार साल जेल की सजा सुनाई है. एएफपी न्यूज एजेंसी ने यह जानकारी दी.

एक फरवरी 2021 को सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद से 76 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता सू-ची को किसी मामले में पहली बार जेल की सजा सुनाई गई है.

इससे पहले 30 नवंबर को म्यांमार की अदालत ने सू-ची के मुकदमे में एक अतिरिक्त गवाह को गवाही देने की अनुमति देते हुए अपना फैसला मंगलवार को टाल दिया था. कानूनी अधिकारी ने कहा था कि न्यायाधीश ने छह दिसंबर तक कार्यवाही स्थगित कर दी, जब नए गवाह की गवाही का दिन तय है.

सू-ची के खिलाफ मामलों को व्यापक रूप से उन्हें बदनाम करने और अगला चुनाव लड़ने से रोकने के लिए साजिश के रूप में देखा जाता है. देश का संविधान किसी को भी जेल की सजा सुनाए जाने पर उच्च पद पर आसीन होने या सांसद-विधायक बनने से रोकता है.

म्यामांर में पिछले साल नवंबर में हुए आम चुनाव में सू-ची की पार्टी को एकतरफा जीत मिली थी, जबकि सेना से संबद्ध दल को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद सेना ने मतदान में धंधली का आरोप लगाते हुए आंग सान सू-ची को अपदस्थ कर दिया था.

इसके बाद से सैन्य शासन के खिलाफ म्यांमार में प्रदर्शन हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों की कार्रवाई में अब तक करीब 1,300 नागरिकों की जान गई.

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