Joharlive Team
रांची/साहिबगंज। साहेबगंज पुलिस को अनाज कारोबारी अरुण साव के अपहरण के बाद हत्या व पुलिस अधिकारी पर हमले का मुख्य आरोपी सामुएल हांसदा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार सामुएल संताल लिबरेशन आर्मी का सरगना है। मंगलवार देर रात पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना पर मुख्य आरोपी सामुएल को पकड़ा है। उक्त जानकारी साहेबगंज एसपी अनुरंजन किस्फोटटा ने प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि बोरियो के अनाज व्यवसायी अरुण साव के अपहरण व हत्या में सामुएल हांसदा का नाम आया था। जिसके बाद से पुलिस की टीम लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी।
छुड़ाने गए पुलिस अधिकारी पर किया था हमला
अगवा कारोबारी के परिजनों से अपहरणकर्ता फोन पर बार-बार फिरौती की मांग कर रहे थे। 30 लाख रुपये नहीं देने पर कारोबारी को जान से मारने की धमकी दी थी। परिजनों ने इस मामले में एक आडियो पुलिस को सौंपा है। परिजनों की शिकायत पर कारोबारी की सुरक्षित बरामदगी के लिए डीएसपी विजय कुजुर के नेतृत्व में पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही थी। शनिवार को सुराग मिलने पर पुलिस बरमसिया गांव पहुंची थी, जहां बदमाशों ने एएसआई चंद्राय सोरेन को गोली मार दी। जबकि बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक को बंदूक की बट से मारकर घायल कर दिया। घायल एएसआई को देर शाम साहेबगंज से एयरलिफ्ट कराकर रांची लाया गया, जहां रिम्स में उनका इलाज चल रहा है।
क्या है मामला
साहेबगंज में अगवा अनाज व्यवसायी अरुण साह का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक 20 जून से लापता था। और परिजनों ने उनके अपहरण होने की आशंका जताई थी। लापता होने के एक दिन बात अपहरणकर्ताओं ने परिवारवालों से 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। रविवार को अरुण साव का शव बोरियो प्रखंड के बरमसिया गांव में मिला। उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। ग्रमीणों की सूचना पर पुलिस बरमसिया गांव पहुंची। पुलिस के साथ परिजन भी थे, जिन्होंने शव की पहचान अरुण साव के रूप में की।