हजारीबाग: आज़ादी के बाद पहली बार हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के एक गांव के लोगों के चेहरे पर मुस्कान दिखी. यहां के लोग बेहद उत्साहित और खुश दिखे. उनकी खुशी की वजह उनके गांव में आजादी के बाद पहली बार अपने क्षेत्र के किसी सांसद का आना था. यह गांव हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के बरही विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत चौपारण प्रखंड चोरदाहा पंचायत अवस्थित ग्राम अहरी है. यह गांव मुख्य सड़क चौराहा चेकपोस्ट से महज़ कुछ दूरी पर है. यहां अनुसूचित जाति और जनजाति के करीब 50 घर हैं, जहां की आबादी करीब 500 लोगों की है. पहाड़ी क्षेत्र से घिरे इस गांव में आने के लिए उबड़- खाबड़, पथरीले और दुर्गम रास्ते हैं. देश के आजादी के करीब 70 साल बीतने के बाद भी यहां के ग्रामीणों को जर्जर सड़क, बिजली की समस्याओं से जूझना पड़ता है. माध्यमिक स्कूल और स्वच्छ पेयजल की मांग के साथ ग्रामीण 70 सालों से किसी जननेता के आस में टकटकी लगाए हुए थे .उनके गांव में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद मनीष जायसवाल के आने की आहट मात्र से ही गांव के संपूर्ण लोग एकजुट हो गए और उनके चेहरे खुशी से खिल उठे. भावुक होकर लोगों ने अपने तरीके से पहली बार गांव में किसी सांसद का स्वागत किया. कोई सूखे महुवा का फल लेकर तो कोई बिस्किट- मिक्सचर लेकर तो कोई पानी लेकर उनके आतिथ्य सत्कार में जुट गया. ग्रामीणों की आंखें खुशी से डबडबा गई तो कई नाचने- झूमने लगे. मां बहनें अपने बच्चों के साथ तालियां बजा रही थी. इस गांव के लोगों के लिए यह ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण था जो हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल के साथ उनके जीवन में एक नई उम्मीदों की किरण दिखाई दे रही थी. पहली बार इस गांव के बूथ से भाजपा ने बीते लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और लोगों ने इसी उम्मीद के साथ मनीष जायसवाल को अपना मत दिया था की उनके लिए वे रहनुमा बनकर उनके बीच आयेंगे .
सांसद मनीष जायसवाल इस गांव के लोगों से मिलने पहुंचे और अपनत्व देख वे भी भावुक हो गए. उन्होंने गांव के सभी प्रमुख जनों को अंग- वस्त्र भेंटकर सम्मान किया. ग्रामसभा के लिए आकर्षक कालीन भेंट किया और उनके लिए एक नया सबेरे लाने का वादा किया. लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कहा था कि मैं नेता नहीं आपका बेटा और भाई बनकर आपके बीच रहूंगा और क्षेत्र के विकास के साथ लोगों के उत्थान के लिए कार्य करूंगा .सांसद के पहुंचने की आहट के बीच बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव भी यहां पहुंचे थे. गांव के लोगों ने अनोखे तरीके से दोनों नेताओं का स्वागत किया और आजादी के बाद पहली बार सांसद के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका खूब आभार भी जताया .