जामताड़ा :  उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी कुमुद सहाय की अध्यक्षता में बुधवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आहूत की गई. समीक्षा के दौरान विगत बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में की गई कार्रवाई की समीक्षा के अलावा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने, ओवर स्पीडिंग रोकने, रोड साइनेज लगाने, नो हेलमेट नो पेट्रोल का अनुपालन, गुड सेमेरिटन का प्रचार प्रसार, हिट एंड रन के लंबित मामले का निष्पादन, अनफिट वाहनों का चालान करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा किया. समीक्षा के दौरान जिले में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान, वाहन जांच अभियान, पेट्रोल पंपों पर नो हेलमेट नो पेट्रोल का कड़ाई से पालन करने हेतु जिले के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को दिए निर्देश के अनुपालन की समीक्षा की.

नो हेलमेट, नो पेट्रोल लागू

बताया गया कि बिना हेलमेट के 24 एवं बिना सीट बेल्ट के 05 वाहनों पर कार्रवाई की गई है. सभी पेट्रोल पंपों में नो हेलमेट नो पेट्रोल का कड़ाई से अनुपालन हेतु निर्देशित किया गया है एवं इसकी नियमित समीक्षा भी की जा रही है. वहीं उपायुक्त ने क्षेत्र में नियमित रूप से वाहन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि वाहन जांच के दौरान आम लोगों को बताएं कि हेलमेट, ट्रिपल राइड, सीट बेल्ट बहुत जरूरी है. ओवर स्पीडिंग गलत साइड में वाहन चलाना सुरक्षात्मक एवं कानूनी दोनो दृष्टिकोण से गलत है एवं यह अपराध है. लोगों की जान कीमती है, ऐसे में उन्हें जागरूक करने तथा लापरवाह वाहन चालकों के विरुद्ध वाहन जांच अभियान के दौरान कार्रवाई करें. उन्होंने अपील कर कहा कि सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा से जुड़ा है, इसका उद्देश्य आप सबों की सुरक्षा है, ताकि लोग सभी नियमों का अनुसरण करें एवं दुर्घटना नगण्य हो सके. वहीं उपायुक्त ने समीक्षा के दौरान कहा कि लोगों में जागरूकता फैलाएं. इसके लिए बैनर पोस्टर, साइनेज आदि का प्रयोग करें. जीवन अनमोल है यह बात लोगों को समझाएं.

जनप्रतिनिधियों को भी करे अवेयर

उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों को भी अवेयर करने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने सभी विद्यालयों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने को निर्देश दिया. कहा कि शिक्षकों, अभिभावकों को भी अवेयर करें, और उन्हें सड़क सुरक्षा की जानकारी दें. उपायुक्त ने कहा कि ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं जागरूकता में कमी एवं सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी के वजह से होता है. उन्होंने अवैध बंपरों के बारे में कहा कि ग्रामीण मुख्य सड़कों पर अनावश्यक रूप से बनाए गए गति अवरोधक दुर्घटना का कारण बनते हैं और जानमाल की क्षति होने का खतरा रहता है. जिला अंतर्गत सड़कों में बनाये गये अनऑथराइज्ड हंप्स (जिससे सड़क दुर्घटना होने की संभावना हो) को उपायुक्त ने अविलंब हटाने का निर्देश दिया. इसके अलावा उपायुक्त ने सभी थाना प्रभारी, चिकित्सक एवं निजी अस्पतालों आदि से आपसी समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया. साथ ही गुड सेमेरिटन के प्रोत्साहन एवं जागरूकता हेतु पोस्टर बैनर लगाने का निर्देश दिया. इसके अलावा एंबुलेंस सेवा के तहत सरकारी एवं निजी एम्बुलेंस चालकों एवं दुर्घटना के क्रम में क्विक रिस्पॉन्स हेतु निर्देश दिया गया. इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अनिमेष नैथान, वन प्रमंडल पदाधिकारी बनकर अजिंक्य देवीदास, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री मनोज कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी डा गोपाल कृष्ण झा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती रश्मि सिन्हा, पुलिस उपाधीक्षक, मोटरयान निरीक्षक श्री संजय हांसदा, सहित सड़क सुरक्षा टीम के कर्मी तौसीफ जलीली, सतीश कुमार सिंह, माज आलम एवं अन्य उपस्थित थे.

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