हजारीबाग : नेशनल ऑप्थेल्मिक एसोसिएशन इंडिया का 11वां अधिवेशन हजारीबाग के अरण्य बिहार होटल में शुरू हुआ. जहां देश भर के लगभग 250 नेत्र रोग विशेषज्ञ पहुंचे हैं. देश के अलग-अलग राज्यों से पहुंचे चिकित्सक नेत्र रोग से संबंधित आधुनिक चिकित्सा पद्धति पर चर्चा करे रहे हैं. ताकि आधुनिक चिकित्सा से आम लोगों को लाभ मिल सके. राष्ट्रीय स्तर का कॉन्फ्रेंस झारखंड में पहली बार आयोजित किया जा रहा है. हर 2 साल में कॉन्फ्रेंस का आयोजन होता रहा है. लेकिन कोरोना के कारण पिछले कई वर्षों से नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन नहीं हो सका.
अरण्य बिहार प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेशनल ऑप्थेलमिक एसोसिएशन इंडिया के 11वें कांफ्रेंस में एक दिन पूर्व ही 17 राज्यों से जिसमें तेलंगाना, गुजरात, पंजाब, बंगाल, उड़ीसा और बिहार के राज्यों से चिकित्सक पहुंच चुके थे. वहीं आज 20 राज्यों से चिकित्सक पहुंचे हैं. कॉन्फ्रेंस के पहले दिन 7 अक्टूबर को रजिस्ट्रेशन और उद्घाटन कार्यक्रम हुआ. इसके बाद चिकित्सकों का साइंटिफिक सेशन चला. इस सेशन में नेत्र रोग से जुड़े विभिन्न चिकित्सा पद्धति के बारे में चर्चा किया. साथ ही साथ वर्तमान समय में कौन-कौन से नए पद्धति आए हैं इस पर भी विशेष रूप से चिकित्सकों ने चर्चा किया. चिकित्सकों ने अपना अनुभव भी साझा किया है. 8 अक्टूबर को साइंटिफिक सेशन के बाद द्वितीय पाली में संघ के विकास को लेकर योजना बनाई जाएगी. मुख्य रूप से नेशनल ऑप्थेलमिक एसोसिएशन इंडिया 11 कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एसपी यादव, डाक्टर विभुति प्रसाद कश्यप, डॉक्टर प्रीतम कुमार, डॉ रमेश प्रसाद, डॉ अभिमन्यु कुमार, डॉ सुरेंद्र यादव गेस्ट स्पीकर रहे.
ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि यह आयोजन मिल का पत्थर साबित होगा. देश भर से चिकित्सक पहुंचे हैं और अपना अनुभव साझा कर रहे हैं. इस कार्यक्रम का एकमात्र उद्देश्य आम जनता को लाभ देना है. कैसे नेत्र रोग से पीड़ित मरीज को अच्छी स्वास्थ्य सेवा दी जाए इसे लेकर ही यहां चर्चा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग राज्यों में यह संस्था अलग-अलग नाम से काम करती है. राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल ऑप्थेलमिक एसोसिएशन इंडिया के बैनर तले आयोजन किया जा रहा है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में राष्ट्रीय अध्यक्ष एसपी यादव, झारखंड ऑप्थेलमिक एसोसिएशन के महासचिव डॉक्टर अभिमन्यु कुमार, झारखंड ऑप्थेलमिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विनय कृष्णा सिंहा, झारखंड ऑप्थेलमिक एसोसिएशन के कोष अध्यक्ष डॉक्टर उमाशंकर, कार्यक्रम के सेक्रेटरी डॉ संजय कुमार और सुरेश कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
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