शिमला : हिमाचल प्रदेश में मानसून जमकर कहर बरपा रहा है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से आम जन जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सुबह 7:02 पर समरहिल स्थित शिव मंदिर भूस्खलन की चपेट में आ गया। यहां सावन के आखिरी सोमवार के दिन भक्त भगवान शिव की पूजा कर रहे थे। तभी अचानक भूस्खलन हुआ और मंदिर बह गया। जानकारी के मुताबिक, इस भूस्खलन की चपेट में 20 से ज्यादा भक्त आए हैं। इन्हें रेस्क्यू करने का काम जारी है।

लाल कोठी में ढह गए कच्चे मकान

इसके अलावा फागली वार्ड के लाल कोठी में भी भूस्खलन की वजह से 15 कच्चे ढारे बह गए। यहां भी 30 से ज्यादा लोगों के दबे होने की संभावना है। मौके पर आईटीबीपी के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। शहर भर में स्थिति बेहद खराब है। लगातार हो रही बारिश ने सरकार और प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है।

आम जनजीवन अस्त-व्यस्त

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सड़के बंद पड़ी हुई हैं। घरों में न तो बिजली है और न ही पानी। लगातार हो रही बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। साथ ही गैर जरूरी होने पर यात्रा न करने के लिए कहा गया है। शिमला आने वाली सभी सड़कें बंद हैं। इसके अलावा शहर की भी सभी सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश भर के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया हुआ है।

इस हादसे पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शोक जताया। एक ट्वीट में सीएम ने कहा- शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में “शिव मंदिर” ढह गया। अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं।

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