रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र कल 26 जुलाई से शुरू हो रहा है. 2 अग्स्त तक चलने वाले इस सत्र को लेकर रांची पुलिस ने सुरक्षा की तैयारियां कर ली हैं. सत्र के दौरान सड़क से लेकर विधानसभा तक सुरक्षा के लिए 1000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. सहायक पुलिस और पारा शिक्षकों के आंदोलन को देखते हुए विधानसभा की ओर जाने वाली आधा दर्जन से अधिक सड़कों पर बैरिकेडिंग भी की गई है. वहीं बेवजह मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है. अगर कोई मोबाइल पर मनोरंजन करते हुए पाया जाता है तो उसपर कार्रवाई होगी.
हंगामेदार होगा मानसून सत्र
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने की संभावना है. कई मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव के कार्यक्रम भी पहले से तय हैं. कई मुद्दों को लेकर विधानसभा के बाहर तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. खासकर सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे परिसर के चारों ओर चार लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है. 1000 जवानों के साथ 15 इंस्पेक्टर और 6 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी सुरक्षा पर नजर रखेंगे. सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों को कई निर्देश भी जारी किए गए हैं. सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. विधानसभा के आसपास कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई है.
आंदोलन अचानक शुरू हो जाते हैं, इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस ने अपनी विशेष रणनीति बनाई है. आंदोलनकारियों को विधानसभा के पास स्थित विस्थापित भवन के पास मैदान तक ही सीमित रहने का निर्देश दिया गया है. खासकर हटिया डीएसपी के क्षेत्र के अलावा धुर्वा, नगड़ी, जगन्नाथपुर, डोरंडा और अरगोड़ा थाने को विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.