दक्षिण पश्चिम मानसून ने दो दिन की देरी से गुरुवार को केरल में दस्तक दे दी है. केरल में मानसून का पहुंचने के साथ देश में बारिश के चार महीने के मौसम की शुरुआत हो गई. हालांकि, इस बार मानसून समय से 2 दिन देरी से है। लेकिन निजी एजेंसी स्काईमेट पहले ही अनुमान जता चुकी है इस बार बारिश सामान्य से बेहतर 103% होगी. वहीं मानसून ने अंडमान में 21 मई को दस्तक दी थी।

27 मई को आधे श्रीलंका और मालदीव को पार करने के बाद मजबूत हवाओं की कमी के चलते 7 दिन तक मानसून की उत्तरी सीमा कोमोरिन सागर में ही ठहर गई थी.मौसम विभाग के अनुसार, आज मॉनसून ने लक्षद्वीप, दक्षिण केरल, दक्षिण तमिलनाड और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दस्तनक दे दी है. जानकारी के मुताबिक, मॉनसून जब केरल से आगे बढ़ेगा तो 11 जून को महाराष्ट्र व तेलंगाना में दस्तक दे सकता है।

वहीं, 12 जून को इसके पश्चिम बंगाल और 13 जून को ओडिशा में पहुंचने का अनुमान है। देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो मॉनसून यहां महीने के आखिर में यानी करीब 27 जून तक अपनी दस्तक दे सकता है।

झारखंड में 13 जून तक मानसून पहुंचने की संभावना

वहीं झारखंड की बात करें तो यहां 13 जून तक मानसून पहुंचने की संभावना है. राज्य में 4 जून तक कहीं-कहीं पर हल्के से मध्यम दर्जे की गर्जन या वज्रपात के साथ तेज हवा चल सकती है. हवा की रफ्तार 30 से 40 किमी प्रति घंटा रहेगी. इस दौरान आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे. वहीं, मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना है।

इन क्षेत्रों में मानसून का दिखेगा असर

आईऍमडी ने कहा कि अब मॉनसून केरल और लक्षद्वीप के बाकी हिस्सोंज की तरफ बढ़ेगा. इसके अलावा अगले दो दिन में मॉनूसन का असर तमिलनाडु और पुडुचेरी, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और बंगाल की खाड़ी के मध्यल और दक्षिणी भाग में देखने को मिलेगा।

Share.
Exit mobile version