रांची: मनी लॉन्ड्रिंग मामले की आरोपी सस्पेंड IAS अधिकारी पूजा सिंघल दो महीना बाद फिर रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल गयी. रविवार की शाम पुलिस सुरक्षा के बीच उसे रिम्स से होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल ले जाया गया. मालूम हो कि गत 27 सितंबर, 2022 को सीने में दर्द की शिकायत के बाद रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती थी.
रिम्स ने पूजा सिंघल को स्वस्थ बताया
बता दें कि रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार सस्पेंड IAS अधिकारी पूजा सिंघल मेडिकल रिव्यू में स्वस्थ पायी गयी. रिम्स प्रबंधन रे जेल प्रशासन को मेडिकल रिव्यू की रिपोर्ट भेज दी थी. इसके साथ ही पूजा सिंघल के रिम्स से जेल जाने की चर्चा जोरों पर थी. रविवार को प्रशासन ने पूजा सिंघल को रिम्स से होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल फिर भेज दिया.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूजा सिंघल है गिरफ्तार
मालूम हाे कि मई माह, 2022 के प्रथम सप्ताह में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में IAS अधिकारी पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा, भाई, पति के सीए सुमन कुमार समेत अन्य लोगों के पांच राज्यों के कुल 23 ठिकानों पर छापामारी की थी. इस छापेमारी में सीए सुमन कुमार के आवास से 19.31 करोड़ रुपये नगद जब्त किये. PMLA कानून के तहत गत सात मई, 2022 को सीए सुमन कुमार और फिर 11 मई, 2022 को पूजा सिंघल को ईडी ने गिरफ्तार किया था. तब से PMLA स्पेशल कोर्ट में मामला चल रहा है. बता दें कि ईडी ने खूंटी में मनरेगा योजना के तहत 18 करोड़ छह लाख के गड़बड़ी का मामला पाया था. इसी के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की. इधर, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद पूजा सिंघल पर गलत सर्टिफिकेट देकर झारखंड हाईकोर्ट से जमानत लेने का भी आरोप लगा है.