Joharlive Team
रांची। गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के पूर्व निजी सचिव मनोज कुमार सिंह ने शनिवार को लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। निजी सचिव मनोज कुमार सिंह के खिलाफ कोर्ट ने कुर्की का आदेश भी दिया था। 9 अक्टूबर 2006 से 23 अगस्त 2008 के बीच मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के निजी सचिव रहते अवैध तरीके से 13 करोड़ रुपए अर्जित करने का आरोप है।
ज्ञातव्य हो कि ईडी की ओर से मनोज कुमार सिंह की चल-अचल संपत्ति जब्त करने के लिए 20 जनवरी 2019 को स्पेशल जज एके मिश्र की अदालत में आवेदन दिया गया था। ईडी के वकील सुशील रंजन दास ने कोर्ट से अनुरोध किया था कि कोर्ट में हाजिर होने के लिए आरोपी मनोज और उसके दोनों भाइयों सुजीत कुमार सिंह व सुबोध कुमार सिंह के खिलाफ इश्तिहार जारी किया जा चुका है। इश्तेहार की प्रति मनोज के मोरहाबादी स्थित फ्लैट के गेट पर चिपकाया गया है। इसके अलावा जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सुजीत और सुबोध के आवास पर भी नोटिस चिपकाए गए हैं। इसके बावजूद तीनों कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे हैं। इसलिए, इनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती के लिए आदेश दिया जाए।
वहीं आयकर विभाग ने वर्ष 2009 में मनोज के खाते में जमा 13 करोड़ रुपए जब्त कर लिया था। निगरानी ब्यूरो ने 2 दिसंबर 2009 को उसके पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया। जिसके अनुसार, मनोज ने 9 अक्टूबर 2006 से 23 अगस्त 2008 के बीच मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के निजी सचिव रहते अवैध तरीके से 13 करोड़ रुपए अर्जित किए। इस बारे में जब मनोज से पूछा गया, तो वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सका। जबकि, उक्त अवधि में उसे वेतन मद से मात्र दो लाख 66 हजार रुपए ही प्राप्त हुए थे।